उत्तराखंड के नैनीताल जिले से एक दर्दनाक दुखद खबर आ रही है। जहां एक 4 साल की मासूम बच्ची की सांप के काटने से मौत हो गई है जो परिजनों के साथ क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रही थी। बच्ची की दुखद मौत के बाद परिवार शोक में हैं और ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है और इसे कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही माना जा रहा है।
ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन ने खंडहर हो चुके सरकारी स्कूलों को क्वारेंटीन सेंटर बना दिया है। सेंटर के पास जगह-जगह घास उगी है, जंगली जानवरों के आने का खतरा भी बना रहता है। क्वारेंटीन सेंटर के पास कई बार सांप रेंगते देखे गए, लेकिन बाहर से लौटे प्रवासी इन्हीं जगहों पर रहने को मजबूर हैं।
तल्ली सेठी गांव में स्थित प्राथमिक स्कूल में आनंद सिंह के परिवार को क्वारेंटीन किया गया है। परिवार के साथ इनकी 4 साल की बेटी भी यहीं रह रही थी। सोमवार को बच्ची को सांप ने डस लिया। जिसके बाद बच्ची की हालत बिगड़ने लगी।
परिजन 108 एंबुलेंस की मदद से उसे अस्पताल लेकर जा रहे थे, लेकिन बच्ची की रास्ते में ही मौत हो गई। बच्ची की मौत की खबर जैसे ही परिवार और गांव में पहुंची, वहां मातम पसर गया। इस मामले में बच्ची के परिजनों की लापरवाही भी बताई जा रही है।
बेतालघाट चश्मदीदों ने बताया कि सांप के काट लेने के बाद भी घरवाले बच्ची को अस्पताल ले जाने की बजाय झाड़-फूंक जैसे कामों में वक्त बर्बाद कर रहे थे। इलाज में हुई देरी में बच्चे की जान ले ली। शायद अगर समय से बच्ची को इलाज मिल जाता तो उस बच्ची की जान बचाई जा सकती थी। लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हो नहीं सका।