गुच्छन खां (60) वर्ष मोहल्ला नई बस्ती निवासी लकड़ी मंडी में आरा मशीन पर मजदूरी करता था। उसके दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं।सोमवार शाम को उसके बड़े पुत्र नदीम का उसके तीन दोस्तों से 1500 रुपये को लेकर झगड़ा हुआ था। आरोपियों ने नदीम का मोबाइल भी छीनकर रख लिया था। नदीम ने घर आकर सारी बात बताई थी। गुच्छन खां की पत्नी रेहाना ने बताया कि मंगलवार शाम को चार बजे एक युवक का फोन आया और उसने कहा कि वह सोमवार को हुए झगड़े का फैसला करा देगा, नदीम को भेज दो। रेहाना ने बताया कि उन्होंने नदीम के बजाय अपने पति गुच्छन खां को भेज दिया।
समझौते के लिए बुलाने पर बेटे की जगह गए पिता की आरोपियों ने 1500 रुपये के लेनदेन को लेकर चाकू से 11 बार गोद कर हत्या कर दी। दिनदहाड़े हुई घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हुई है। पुलिस ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमों का गठन किया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।

मृतक की पत्नी रेहाना ने बताया कि शाम को छह बजे उन्हें सूचना मिली कि एनएच पर धर्मकांटे के पास तीन युवकों ने उनके पति को चाकू से गोदकर गंभीर रूप से घायल कर दिया है और वह सड़क पर तड़प रहे हैं। इसके बाद कुछ लोगों ने गुच्छन खां को सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां ईएमओ सुशांत भारद्वाज ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक के शरीर पर चाकू के 11 निशान मिले हैं। बुजुर्ग की हत्या की सूचना पर पहुंचे एएसपी राजेश भट्ट ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि तीन युवकों के नदीम पर 1500 रुपये उधार थे।
सोमवार शाम को हुई बहस और इस दौरान नदीम के छीने गए मोबाइल को लेकर आरोपियों ने उसे बुलाया था, लेकिन मौके पर नदीम को ना भेज कर उसके पिता चले गए। इसके बाद आरोपियों ने उनकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीमें गठित की गई हैं। पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की भी जांच कर रही है। इधर, घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। विधायक आदेश चौहान ने सरकारी अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों को सांत्वना दी।
बताया जा रहा है कि जब गुच्छन खां की हत्या की जा रही थी तो उस समय कई लोग घटनास्थल के आसपास थे। लेकिन किसी ने भी गुच्छन खां को बचाने का प्रयास नहीं किया बल्कि लोग वीडियो बना रहे थे
यह पूरी घटना पास में लगे सीसीटीवी में कैद हुई है वीडियो में हत्यारे गुच्छन खां को पकड़कर चाकू से लगातार हमले करते दिखाई दे रहे हैं। एएसपी राजेश भट्ट का कहना है कि यदि आसपास के लोग एकत्र होकर शोर भी मचा देते तो शायद आरोपी डर के भाग जाते और गुच्छन खां की हत्या नहीं होती।