देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ICICI Bank ने चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। 31 मार्च 2020 को समाप्त इस तिमाही में बैंक को स्टैंडएलोन स्तर पर 1221.4 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक को 969.06 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
चौथी तिमाही में कंपनी की ब्याज आय 8,927 करोड़ रुपये रही है जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में 7,620.06 करोड़ रुपये रही थी।
पिछले 1 साल में इस स्टॉक्स में 12 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है जबकि इस वर्ष आज की तीथि तक इसमें 37.3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वहीं मार्च तिमाही पर नजर डालें तो इस तिमाही में यह स्टॉक 40 फीसदी तक टूटा है।
चौथी तिमाही में बैंक के कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट (ट्रेजरी इनकम सहित प्रोविजनिंग और टैक्स पूर्व आय) सालाना आधार पर 18 फीसदी बढ़कर 7,148 करोड़ रुपये (945 करोड़ डॉलर) रही है।
चौथी तिमाही में कंपनी का नेट इंटररेस्ट मार्जिन 3.87 फीसदी बढ़ा है। वहीं बैंक की फी इनकम सालाना आधार पर 13 फीसदी बढ़ी है।
चौथी तिमाही में ICICI Bank की प्रोविजनिंग पिछली तिमाही के 2,083 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,967 करोड़ रुपये रही है जबकि ग्रॉस NPA पिछली तिमाही के 5.95 फीसदी से घटकर 5.53 फीसदी रहा है। वहीं बैंक का नेट NPA पिछली तिमाही के 1.49 फीसदी से 1.41 फीसदी पर आ गया है।
रुपये में देखें तो Q4 में ICICI Bank का ग्रॉस NPA पिछली तिमाही के 43,453.9 करोड़ रुपये से घटकर 41,409.2 करोड़ रुपये रहा है। वहीं नेट NPA 10,388.5 करोड़ रुपये से घटकर 10,113.9 करोड़ रुपये रहा है।
सालाना आधार पर Q4 में ICICI Bank की घरेलू लोन बुक में 13 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। वहीं चौथी तिमाही में बैंक के रिटेल कारोबार में सालाना आधार पर 16 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।
सालाना आधार पर चौथी तिमाही में बैंक के Advances 10 फीसदी बढ़कर 6.45 लाख करोड़ रुपये रहे हैं वहीं तिमाही आधार पर ये 1.5 फीसदी बढ़कर 6.45 लाख करोड़ रुपये रहे हैं।
सालाना आधार पर चौथी तिमाही में बैंक के डिपॉजिट 18.08 फीसदी बढ़कर 7.7 लाख करोड़ रुपये रहे है और तिमाही आधार पर 7.63 फीसदी बढ़कर 7.7 लाख करोड़ रुपये रहे है।
तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में ICICI Bank प्रोविजनिंग कवरेज रेश्यो 85.7 फीसदी से बढ़कर 86.8 फीसदी रहा है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में बैंक ग्रॉस स्लिपेजेस 4,363 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,306 करोड़ रुपये पहुंच गए हैं।
शोभित अग्रवाल
शेयर बाजार विश्लेषक