12 साल की नन्ही सी बच्ची जिसको उसी की सौतेली मां ने उसके पिता के साथ मिलकर दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतार दिया , पुलिस ने इस राज से पर्दाफाश किया l पुलिस ने पलक की सौतेली माँ रीना और उसके पिता सुनील मंडल को हिरासत में ले लिया। रीना ने यह खुद स्वीकारा है कि उसकी बेटी ने सुसाइड नहीं किया था। वो सुसाइड मात्र सबसे सच छिपाने की साजिश थी। बता दें कि बीते सोमवार को शक्तिफार्म के टैगोरनगर निवासी सुनील मंडल की बेटी पलक की लाश पंखे से लटकी हुई मिली थी। मृतका की सौतेली मां रीमा ने कहा कि उनकी बेटी ने आत्महत्या करली है। पुलिस को शक हुआ जिसके बाद पलक का शव पोस्टमार्टम के लिए खटीमा भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि पलक ने खुदकुशी नहीं की बल्कि उसकी गला घोंटकर के हत्या की गई है।
साथ ही पलक के नाना ने भी पुलिस में तहरीर दी थी कि उसकी सौतेली मां आए दिन उसको प्रताड़ित करती थी और मारपीट भी करती थी। रुंधे हुए गले से उसके नाना ने बताया कि पलक की हत्या से दो दिन पहले पलक ने उनको फोन पर कहा था कि उसको हमारे पास आना है, उसकी मां उसे बहुत सताती है। मगर लॉकडाउन के कारण हम उसे लेने जा नहीं पाए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पलक के नाना के द्वारा दी गई तहरीर के बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया। उन्होंने पलक की सौतेली मां रीना और उसके पिता सुनील मंडल को हिरासत में लिया और सख्ती की जिसके बाद रीना ने सच्चाई उगली। उन्होंने बताया कि पलक की हत्या करने की साजिश रची थी। इस साजिश में उनके पति भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि पलक को रास्ते से हटाने के लिए उन्होंने उसकी हत्या को अंजाम दिया और पुलिस से बचने के लिए हत्या को सुसाइड का नाम दे दिया। पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी 120 बी और 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर के उनको जेल में डाल दिया है।