उतार-चढ़ाव वाले शेयर बाजार में अच्छी कमाई वाले शेयरों की तलाश करना मुश्किल होता है. विश्लेषकों ने पिछले कुछ समय में कई कंपनियों के शेयरों के टार्गेट प्राइस घटाए हैं. उन्होंने करीब 95 फीसदी कंपनियों के शेयरों के टार्गेट प्राइस घटाए हैं. इसकी वजह कंपनियों के मुनाफे पर लॉकडाउन की मार है.
हालांकि, विश्लेषकों ने फार्मा, केमिकल और टेलिकॉम जैसे सेक्टर की कई कंपनियों के शेयरों के टार्गेट प्राइस बढ़ाए हैं. ईटी ने ऐसे 10 शेयरों का चयन किया है, जिनके टार्गेट प्राइस में सबसे अधिक इजाफा हुआ है. ये शेयर निवेशकों को 10 से 30 फीसदी तक रिटर्न दे सकते हैं.
हमारे सहयोगी राधेश्याम चौहान रिसर्च हेड (इंदिरा सिक्योरिटी)ने एक सूची तैयार की है
इस सूची में सबसे ऊपर दीपक नाइट्रेट है, जिसका नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में 88 फीसदी बढ़कर 172.3 करोड़ रुपये रहा. कंपनी को बढ़ती मांग का फायदा हो सकता है, क्योंकि दुनियाभर में चीन की कंपनियों के विकल्प की तलाश हो रही है.
दवा कंपनी लॉरस लैब्स इस सूची में दूसरा नाम है. कंपनी एंटीरेट्रोवायरल, ट्यूमर प्रोडक्ट और फॉर्मूलेशन बिजेस में काफी सक्रिय है. भारती एयरटेल को भी वर्क फ्रॉम होम से काफी फायदा हो रहा है. अमेरिका में दवा की कमी का फायदा अंजता फार्मा को मिल सकता है.
इसी तरह, एरिस लाइफसाइंसेज को घरेलू बाजार से काफा फायदा मिल रहा है. इसके जोखिम भी काफी सीमित नजर आ रहे हैं. एल्केम लैब्स को अमेरिकी बाजार में नए प्रोडक्ट और कम कर्ज के चलते फायदा होने के आसार हैं.
इन कंपनियों को बदलते हालात और निवेशकों द्वारा सुरक्षित निवेश की तलाश का फायदा मिला है, जिसकी वजह से इनके प्रति धारणा बेहतर हुई है. इस सूची में शारदा क्रॉपकेम, इंडियन एनर्जी एक्सचेंज, इंडोको रेमिडीज शामिल हैं.
शोभित अग्रवाल
शेयर बाजार विश्लेषक