कोरोनावायरस के दुख भरे काल में जहां एक और बाहर से आने वाले प्रवासियों के लिए 14 दिन क्वारंटाइन में बिताना कष्ट भरा होता है। वही जब क्वॉरेंटाइन से वापस कोई व्यक्ति अपने घर जाता है तो परिवार में खुशी होना लाजमी है। लेकिन इससे उलट एक दुख भरी खबर उत्तराखंड से आ रही है जब दिल्ली से आकर क़्वारंटीन सेंटर में 14 दिन बिताकर घर पहुंचे पुरोला के एक युवक की मौत हो गई।
पुरोला के डॉक्टरों ने उसे दून अस्पताल के लिए रेफर किया था। अस्पताल पंहुचने से पहले ही युवक की मौत हो गयी। युवक का शव कोराना जांच के लिए सैंपल लेने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार पुरोला (उत्तरकाशी) निवासी 28 वर्षीय युवक लगभग 21 दिन पहले दिल्ली से घर लौटा था। युवक को 14 दिन के लिए संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था। संस्थागत क्वारंटीन अवधि पूरी करने के बाद युवक को होम क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई थी। पुरोला के डॉक्टरों ने उसे राजकीय दून मेडिकल अस्पताल के लिए रेफर किया
बताया जा रहा है कि रविवार को युवक के सीने में दर्द होने पर परिजनों ने उसे पुरोला के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। उसकी हालत गंभीर लगने पर पुरोला के डॉक्टरों ने उसे राजकीय दून मेडिकल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। सोमवार तड़के करीब चार बजे परिजन युवक को लेकर दून अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद युवक को मृत घोषित कर दिया।
युवक के शव को दून अस्पताल की मोर्चरी में रखने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को भी इस बारे में अवगत कराया गया। साथ ही युवक के शव से कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया।