
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री और राज्यों के सीएम कोरोना के संकटकाल में तीसरी बार वीडियो कॉनफ्रेंसिंग करने वाले हैं। वीडियो कॉनफ्रेंसिंग में इस बात का फैसला होगा कि देश में लॉकडाउन खत्म होगा या तीसरा लॉकडॉउन शुरू होगा?
लॉकडाउन खुलनें में अब महज 6 दिन रह गए हैं लेकिन जिस तरह से देश में कोरोना के मरीज़ों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा हो रहा है कि क्या 3 मई के बाद देश में लॉकडाउन खुलेगा? इसी को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के तीस मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए मंथन करने वाले हैं। इस मंथन में पीएम मोदी राज्यों में लॉकडाउन को लेकर बात कर सकते हैं। ये बैठक ऐसे वक्त में हो रही है, जबकि हिंदुस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमण के करीब 27 हजार केस सामने आ चुके हैं।
3 मई के बाद कोरोना के खिलाफ राज्य सरकारों का एक्शन क्या होगा? पिछली बार करीब 4 घंटे तक प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों के बीच मीटिंग चली थी, लेकिन आज मैराथन बैठक होगी क्योंकि दांव पर 130 करोड़ देशवासियों की जान है। महामारी के इस मुश्किल घड़ी में जान भी बचाना है और जहान भी। सभी मुख्यमंत्री पीएम को अपने सूबे का रिपोर्ट कार्ड बताएंगे।
इसी बीच प्रदेशों के मुख्यमंत्री अपनी अपनी समस्याओं को भी पीएम के सामने रख सकते हैं। मसलन राज्यों की इकॉनमी सबसे बड़ा मुद्दा होगा। सूबों के लिए आर्थिक पैकेज की मांग हो सकती है, खेत खलिहान और किसानों पर बात होगी, राज्यों के राजस्व बढ़ाने के उपाय पर मंथन होगा और दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों का वापस लाने पर विचार होगा।
सूत्रों का कहना है कि पीएम लॉकडाउन के बाद छूट देने का फैसला राज्यों के कंधे पर छोड़ सकते हैं। राज्यों की सरकारों ने इस पर सांकेतिक रूप से यह कहा भी है कि अगर पीएम 3 मई तक लॉकडाउन की अवधि पूरी करने के बाद प्रदेश की सरकारों को अपने तरीकों से आंशिक या पूर्ण रूप से छूट का फैसला लेने का अधिकार देते हैं, तो यह सबसे उपयुक्त स्थिति होगी।