छत्तीसगढ़ की युवती ने शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या पर वर्ष 2010 में दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पांच मई को दिल्ली पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश के लिए मामला हरिद्वार ट्रांसफर कर दिया था। शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छत्तीसगढ़ की पीड़िता सोमवार को कोर्ट में बयान दर्ज कराने दिल्ली से हरिद्वार पहुंची, लेकिन पीड़िता के वकीलों की ओर से वीडियो रिकॉर्डिंग के आग्रह के चलते बयान दर्ज नहीं हुआ। कोर्ट ने वीडियो रिकॉर्डिंग के आग्रह को स्वीकार कर लिया है। ऐसे में अब आज मंगलवार को पीड़िता के बयान दर्ज किए जाएंगे

आरोप यह भी है कि डॉ. पंड्या की पत्नी ने भी शिकायत करने पर पीड़िता को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। उनके खिलाफ भी केस दर्ज कर पुलिस ने हाईप्रोफाइल प्रकरण की जांच शुरू कर दी थी। शनिवार देर रात जांच अधिकारी मीना आर्या की अगुवाई में पुलिस टीम ने शांतिकुंज पहुंचकर डॉ. पंड्या से पूछताछ की थी।
एसीजेएम प्रथम कोर्ट में उसके बयान दर्ज होने थे, लेकिन पीड़िता ने वकील के माध्यम से आग्रह किया कि उसके बयान की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाए, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। सोमवार को पीड़िता दिल्ली से अपनी मां और अन्य परिजनों के साथ हरिद्वार जिला अदालत पहुंची। देर शाम महिला चिकित्सालय में पीड़िता का मेडिकल परीक्षण किया गया
पीड़िता के मुकदमे की पैरवी के लिए सुप्रीम कोर्ट से भी वकील हरिद्वार पहुंचे हैं। सुप्रीम कोर्ट के वकील डॉ. एपी सिंह अपनी टीम के साथ कोर्ट में मुकदमे की पैरवी कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने बताया कि पीड़िता की जान को खतरे की आशंका है। इसीलिए बयानों की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने का आग्रह किया गया है। कहीं ऐसा न हो कि उन्नाव जैसे प्रकरण की पुनरावृत्ति हो जाए।