आज सुबह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का अचानक लेह पहुंचना चीन और पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश माना जा रहा है, क्योंकि जो तनातनी और तनाव सीमा पर चल रहा है उसके बीच में लेह पहुंचकर पीएम ने यह संदेश दिया है कि “वही असली कमांडर हैं” और जब भी मुश्किल वक्त पड़ता है तो वह फ्रंट पर आकर उसको रोकने से नहीं चूकते हैं।
लेह पहुंचने पर पीएम ने जवानों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौजूदा हालात के बारे में जानकारी लेने के बाद उन्होंने जवानों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह मौजूदा युग विकासवाद का युग है और विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है। विस्तारवाद के युग को दुनिया ने नकार दिया है।
जवानों से आगे बोलते हुए पीएम ने कहा कि आपका यह हौसला शौर्य और मां भारती के मान सम्मान की रक्षा के लिए आप का समर्पण अतुलनीय है और आपकी जीवटता भी जीवन में किसी से कम नहीं है, जिन कठिन परिस्थितियों के साथ जिस ऊंचाई पर आप मां भारती की ढाल बनकर उसकी रक्षा और उसकी सेवा करते हैं उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता।
आप उस धरती के वीर है जिसमें हजारों वर्षों से आक्रांताओं हमले और अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब दिया है और “हम वह लोग हैं जो बांसुरी धारी कृष्ण की पूजा करते हैं तो हम वह भी लोग हैं जो सुदर्शन धारी कृष्ण को भी आदर्श मानकर चलते हैं” और इसी प्रेरणा से हर आक्रमण के बाद भारत और सशक्त होकर उभरा है।
भारत आज जल, नभ और अंतरिक्ष तक अपनी ताकत बढ़ा रहा है और उसके पीछे का लक्ष्य मानव कल्याण ही है। भारत आज आधुनिक शख्स का निर्माण भी कर रहा है और सेना के पास आधुनिक तकनीक लाई जा रही है जिसके पीछे की भावना भी यही है।
राष्ट्र, दुनिया और मानवता की प्रगति के लिए शांति और मित्रता हर कोई मानता है कि जरूरी है लेकिन हम यह भी जानते हैं कि कमजोर शांति की पहल नहीं कर सकता, वीरता ही शांति की पहली शर्त होती है।
आगे बोलते हुए पीएम ने कहा कि विश्व युद्ध हो या फिर शांति की बात जब भी जरूरत पड़ी है दुनिया ने हमारे वीर जवानों का पराक्रम देखा है और उसे महसूस भी किया है हमने हमेशा ही मानवता के लिए काम किया है और आप सभी भारत की इस परंपरा को स्थापित करने वाले लीडर है.
14 कोर पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि 14 कोर की जांबाजी के हिस्से हर तरफ है और दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है, उसी के साथ आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है और भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और अपनी फ्यूरी भी।
गलवान घाटी की घटना पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि मैं बलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को आज पुणे सुधांशूजी देता हूं और उनके पराक्रम उनके सिंहनाद से धरती अब भी उनका जय जयकार कर रही है।
आज हर देशवासी का सर आपके सामने आदर पूर्वक नमन करता है और आज हर भारतीय की छाती आपकी वीरता पराक्रम से फूली हुई है.
बिना चीन का नाम लिए पीएम ने कहा कि विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है और अब यह योग विकासवाद गए जिस में तेजी से बदलते हुए समय में विकासवादी प्रासंगिक है, पिछली शताब्दियों में विस्तारवाद नहीं मानवता का सबसे ज्यादा हित किया है और मानवता का विनाश करने की कोशिश की है।
आगे बोलते हुए पीएम ने कहा कि विस्तारवाद की जिद जब भी किसी पर सवार होती है, तो उसने हमेशा ही विश्व शांति के लिए खतरा पैदा किया है और इतिहास गवाह है कि ऐसी ताकत है, मिट गई है या बढ़ने के लिए मजबूर हो गई है.
लद्दाख पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि आज हमारे लद्दाख के लोग हर स्तर और स्थिति पर चाहे वह सेना के हो या सामान्य नागरिक के कर्तव्य राष्ट्र को सशक्त करने के लिए अद्भुत योगदान दे रहे हैं और जो आपने और आपके साथियों ने वीरता दिखाई है उसने पूरी दुनिया में संदेश दिया है कि भारत की ताकत क्या है.