नई दिल्ली। दिल्ली में प्लाज्मा थेरेपी के जरिए कोरोना वायरस के 4 मरीजों पर ट्रायल किया गया है और उसके जो नतीजे आए हैं वे काफी उत्साहवर्धक हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के जरिए इसकी जानकारी दी है।
एक तरफ जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ाई के लिए इसकी दवाई की खोज में जुटी है वहीं इसके उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी (Palasma Therapy) के नतीजे भी सकारात्मक मिले हैं। अरविंद केजरीवाल ने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी से उपचार के बाद 2 मरीज पूरी तरह ठीक हुए हैं और जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।
Central government had given us permission only for limited trials of plasma therapy on serious patients at LNJP hospital. In the next 2-3 days, we will conduct more trials & then we will seek permission next week, for all the serious patients: Delhi CM Arvind Kejriwal #COVID19 pic.twitter.com/DAzFLnWLtR
— ANI (@ANI) April 24, 2020
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि उनके पास जो अस्पताल से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक 2 मरीजों को मंगलवार को प्लाज्मा दिया था, दोनो अस्पताल के आईसीयू वार्ड में थे और अब उन्हें आईसीयू से निकालकर सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। प्लाज्मा देने के बाद उके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। बाकी दो मरीजों को गुरुवार को ही प्लाज्मा दिया गया है और उन्होंने भी अच्छी रिकवरी दिखाई है। एक प्राइवेट अस्पताल से भी खबर आई है कि उन्होंने भी अपने एक मरीज को प्लाज्मा दिया था। वहां से भी खबर है कि मरीज ठीक हो रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार से उन्हें सीमित ट्रायल की मंजूरी मिली थी और कहा गया था कि सिर्फ एलएनजीपी अस्पताल के गंभीर कोरोना रोगियों पर प्लाज्मा थेरेपी ट्रायल करें और उसके नतीजे बताएं। अरविंद केजरीवाल ने बताया कि वे 2-3 दिन और ट्रायल करेंगे और अगले हफ्ते केंद्र सरकार से पूरी दिल्ली के सीरियस कोरोना मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी लागू करने की अनुमति मांगेंगे। हालांकि केजरीवाल ने यह भी कहा कि यह सिर्फ इनिशियल नतीजे हैं लेकिन उत्साहवर्धक हैं।
अरविंद केजरीवाल के साथ प्रेस वार्ता में मौजूद डॉक्टर सिरीन ने बताया इसमें कई दिक्कतें भई हैं, अगर कोरोना (Covid-19) से रिकवर हुए लोग ही ब्लड देंगे तभी एंटीबॉडी मिलेगी और प्लाज्मा थेरेपी (Palasma Therapy) पर काम हो सकेगा। डॉक्टर सिरीन ने बताया कि प्लाज्मा डोनेशन ब्लड डोनेशन की तरह नहीं है, सिर्फ थोड़ा सा एंटीबॉडी प्लाज्मा लिया जाता है। उन्होंने अपील की कि जो लोग ठीक हो चुके हैं उनसे अपील है कि डोनेशन के लिए आगे आएं।