नई दिल्ली. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लगाया गया है, फिर भी कोरोना के मामले तीस हजार के करीब पहुंच चुके हैं। आपको जानकार हैरानी होगी कि देश की राजधानी दिल्ली में शुरुआती 1000 मामले सामने आने में 42 दिन लगे, जबकि ये मामले 2 हजार से तीन हजार होने में महज 8 दिन ही लगे।
11 अप्रैल को हुए एक हजार मामले
राजधानी दिल्ली में कोरोना वारयरस का पहला मामला 1 मार्च को सामने आया था, जब इटली से लौटा पूर्वी दिल्ली का एक व्यापारी पॉजिटिव पाया गया था। 11 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना मामलों की एक हजार पार कर 1069 पर पहुंच गई। उस दिन दिल्ली में 24 घंटे के दौरान 163 नए मामले सामने आए थे और 19 मरीजों की मौत हुई थी।
13 अप्रैल को बढ़े 356 केस
हालांकि इसके बाद दिल्ली के लिए 13 अप्रैल का दिन बेहद बुरा रहा, जब एक दिन में कोरोना वायरस के 356 नए मामले सामने आए। आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में 11 अप्रैल को 166, 12 अप्रैल को 85, 14 अप्रैल को 51, अप्रैल को 17 मामले सामने आए। 17 अप्रैल को ही एक्सपर्ट ने दावा किया कि वायरस अभी कम्यूनिटी लेवल पर नहीं फैला है।
19 अप्रैल को 2 हजार और 27 अप्रैल को 3 हजार के पार हुए मामले
दिल्ली में कोरोना के मामले 19 अप्रैल को 2000 की संख्या पार कर गए। उस दिन शहर में 45 नए कोरोना संक्रमित पाए गए। दिल्ली में कोरोना मामलों की संख्या को एक हजार से दो हजार तक पहुंचने में महज 8 दिन का समय लगा। 27 अप्रैल को दिल्ली में 190 नए केस सामने आए और कुल मामले तीन हजार की संख्या पार कर गए। शहर में मामले 2हजार से 3 हजार होने में भी 8 दिन का समय लगा।