उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एक वेबसाइट के अनुसार वांटेड हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे कि दिल्ली-एनसीआर में छुपे होने की जानकारी पुलिस को मिल रही और यह भी आशंका जताई जा रही है कि एनकाउंटर से बचने के लिए विकास दुबे दिल्ली या ग्रेटर नोएडा में स्थित सूरजपुर कोर्ट में सरेंडर कर सकता है और इसी के चलते पुलिस ने नोएडा कोर्ट और उसके आसपास के सभी रास्तों पर सख्ती बढ़ा दी है. इसी के साथ सड़क पर आने जाने वाले हर वाहन की पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जा रही है और कोर्ट के अंदर आने-जाने वाले हर व्यक्ति की पड़ताल भी की जा रही है।
दुबे को पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस फोर्स के साथ-साथ एसटीएफ की टीम में भी दिल्ली और एनसीआर में चक्कर लगा रही है और विकास दुबे से जुड़े हर इनपुट को गंभीरता से लेने के साथ ही उस पर गहनता से पड़ताल भी की जा रही है।
विकास दुबे से जुड़ी हर छोटी-छोटी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए भी पुलिस कर्मियों को कहा गया है।
सूचना मिली कि फरीदाबाद में विकास दुबे छुपा हुआ है, पर उसी की कद काठी जैसे एक युवक को दुकान के बाहर खड़ा देखा गया था और यह घटना दुकान के बाहर सीसीटीवी में कैद हो गई थी।
पुलिस को जानकारी बुधवार को मिली थी कि विकास दुबे फरीदाबाद में छुपा है और उसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुट गई. इसी के साथ पुलिस दल ने दिल्ली, यूपी, गुरुग्राम और फरीदाबाद के साथ राजस्थान में तमाम जगहों पर छापेमारी की लेकिन विकास दुबे का कहीं पता नहीं लग पाया।
पुलिस को विकास दुबे के फरीदाबाद के सेक्टर-87 में दिखाई देने की सूचना मिली थी और सूत्रों का दावा है कि मंगलवार देर रात विकास एक होटल की सीसीटीवी की फुटेज में देखा गया था पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह वहां से फरार हो गया।
आपको बता दें कि पिछले गुरुवार और शुक्रवार की रात उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के चौबेपुर के बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर दुबे और उसके बदमाशों ने फायरिंग की थी और उनके इस हमले में पुलिस उपाधीक्षक बिल्लौर देवेंद्र कुमार मिश्र,थाना प्रभारी महेश यादव, चौकी प्रभारी अनूप कुमार, सब इंस्पेक्टर नेबूलाल,कांस्टेबल सुल्तान सिंह, कांस्टेबल राहुल, जितेंद्र और बबलू शहीद हो गए थे और इस घटना में सात अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए थे