कोरोना फोबिया से ऐसे करें बचाव: डॉ० डी० सी० पसबोला

 

देहरादून: देश-दुनिया में इस समय कोरोना का खौफ है। इसका असर लोगों के मन मस्तिष्क पर हो रहा है। कई लोग इस समय मौसमी सर्दी जुकाम से पीड़ित हैं, लेकिन उन्हें लग रहा कि वो भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में लोग बड़ी संख्या में अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों का कहना कि कई लोग कोरोना फोबिया के शिकार हैं।

चिकित्सकों की सलाह है कि कोरोना से बचाव के लिए शरीर को स्वच्छ रखने के साथ-साथ दिमाग को भी तरोताजा रखना जरूरी है। क्योंकि अगर आप तनाव में रहेंगे तो यह भी सेहत के लिए नुकसानदायक है। कोरोना संक्रमण से बचाव और तनाव से दूर रहने के लिए क्या कदम उठाए जाएं।

कोरोना संक्रमण से बचाव और तनाव से दूर रहने के लिए क्या कदम उठाए जाएं, इस बारे में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सक डॉ ० डी० सी० पसबोला का कहना है कि सभी जगह कोरोना की चर्चा से कई लोगों को तनाव हो रहा है। यह एक तरह का फोबिया है। कोरोनावायरस से घबराएं नहीं, बल्कि जागरूक बनें। इसे भगाने के लिए व्यायाम के साथ ही अच्छा खानपान जरूरी है। घर पर परिवार के लोगों के साथ रहें। मीडिया पर चल रही अफवाहों से बचें। हाइजीन का ध्यान रखें। यदि आप किसी विदेशी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं तो कोरोना होने के चांस नहीं हैं। किताब पढ़ने या कोई ऐसा शौक जो घर के अंदर पूरा हो सके। ऐसे तनाव से बचा सकता है।

डॉ ० डी० सी० पसबोला ने राज्य में फैली बीमारी कोविड 19 से बचाव के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि इस वक्त मौसम बदल रहा है, जिससे कि सर्दी जुकाम होना एक सामान्य बात है। किंतु सामान्य फ्लू और कोरोना वायरस को पहचानना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में घबराएं नहीं। भीड़ में जाने पर संक्रमित होने की संभावना ज्यादा है, इसलिए अस्पतालों द्वारा जारी डॉक्टरों के नम्बरों पर संपर्क कर सलाह लें। अतिआवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें और अस्पताल आएं।

समय-समय पर अपने हाथों को धोते रहें। हाथ धोना कोरोनावायरस से बचने का सबसे आसान तरीका है। बाहर से आने पर जरूर सेनेटाइज करें। 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग ज्यादा सतर्कता बरतें। दिल के रोगी रक्तचाप नियंत्रित रखने के लिए कम नमक ही प्रयोग करें एवं अपना वजन भी नियंत्रण में रखें।

तनाव एवं अवसाद से बचने के लिए नियमित रूप से योग एवं ध्यान करें। तनाव मुक्त रहें, प्रोटीन युक्त आहार, एवं पूरी नींद लें। जिससे शरीर की उच्च व्याधि प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। घर को हवादार बनाएं एवं 30 डिग्री के आसपास घर का तापमान बनाएं रखें। सब्जियां और दूध के पैकेट चलते पानी से अच्छे से धो लें। घर के अंदर सबसे ज्यादा छुए जाने वाली सतहों एवं सामानों को रोजाना सेनेटाइज करें। खांसी जुकाम होने पर ही मास्क पहनें, घर में वही व्यक्ति मास्क पहनें जिन्हें खांसी जुकाम हो। अस्पताल जाने पर हर कोई मास्क पहने। विदेश से आए व्यक्ति जो होम आइसोलेशन हैं, लक्षण न होने पर मास्क न पहनें। होम आइसोलेशन में रहने पर परिजनों से अलग बाथरूम का इस्तेमाल करें। एन-95 मास्क सिर्फ रोगी देखे जाने की दशा में केवल स्वास्थ्य कर्मी पहनें। रोगी को छूने के बाद दस्ताने उतारकर हाथ धोना जरूरी है, सिर्फ सेनेटाइजर के ही भरोसे न रहें।

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