उत्तराखंड में कोरोनावायरस मामले लगातार बढ़ने की वजह से कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ती जा रही है। कंटेनमेंट जोन की बात करें तो ये आंकड़ा शतक को पार कर गया है। उत्तराखंड के पांच जिलों में 106 इलाके सील हो गए हैं। सबसे ज्यादा कंटेनमेंट जोन हरिद्वार जिले में हैं। हरिद्वार में 57 इलाके सील हैं। अकेले रुड़की में 35 इलाके कंटेनमेंट जोन हैं।
ग्रीन पार्क कॉलोनी, हजरत बिलाल मोहल्ला, अंबेडकर नगर, धनौरा, पीडब्ल्यूडी कॉलोनी, महिग्रान, मेहवाडकला, लथरादेवा, आदर्श नगर, ग्राम सुनारा, डंडेरा, भंगेडी, राजेंद्रनगर, मोहल्ला पुरानी, शक्तिविहार, मलकपुरा, मिर्जापुर, पुहाना, नगर पंचायत लंढौर, बहेड़ी, डंडेरा आवासीय कॉलोनी, वनहेडा, महालक्ष्मीपुरम, पठानपुरा, पनियाला, कृष्णानगर, श्यानानगर, करौंडी, छावमंडी, मंगलौर, किशनपुर जमालपुर, मोहल्ला सुभाषनगर, कल्याणपुर और मोहनपुरा शामिल हैं। भगवानपुर का मोतीपुर, खेड़ी, इनायतपुर, चुडियाला, छांचैक, बुग्गावाला, सिकंदरपुर और ग्राम जालापुर का वार्ड नंबर-2 भी कंटेनमेंट जोन है। लक्सर में अलावलपुर और सुल्तानपुर के दो इलाके कंटेनमेंट जोन हैं।
हरिद्वार शहर में वैष्णवी अपार्टमेंट, शिवालिक नगर, जसविंदर एंक्लेव, कठैत भवन, टीकमपुर, गैंडीखत्ता, रामनगर, सलीमपुर, टिहरी विस्थापित कॉलोनी और ग्राम टांडा भागमल कंटेनमेंट जोन हैं।
ओम सार्थक, प्रेमबत्ता गली, सर्कुलर रोड, कलिंगा कॉलोनी, ब्रह्मपुरी, प्रगतिपुरम, वसंत विहार, खुड़बुड़ा, हरश्रीनाथ गली, नवीन मंडी, साईं लोक लेन नंबर-2, जॉन ढाबा कैंट रोड, विवेक विहार, स्माइली बुक डिपो वाली गली, राम विहार, पूर्वी पटेलनगर, चमनपुरी, मोहिनी रोड, गोविंदगढ़ और ईदगाह-चकराता रोड कंटेनमेंट जोन में शामिल हैं।
ऋषिकेश में 8 कंटेनमेंट जोन
जिनमें मोतीचूर लाइन, शिवाजी नगर, बीस बीघा कॉलोनी, रेलवे रोड, गढ़ी मयचक, भगीरथपुरम, खांड गांव और मुख्य सब्जी मंडी शामिल हैं।
डोईवाला में कंटेनमेंट जोन
फतेहपुर टांडा, तेलीवाला और जौलीग्रांट के दो इलाके कंटेनमेंट जोन हैं।
विकासनगर में कंटेनमेंट जोन
वार्ड नंबर 13, वार्ड नंबर 9, हड्डोवाला और ग्रामसभा पसोली मोजा कंटेनमेंट जोन है।
घनसाली में भाटी, ग्वाड़मल्ला, अखोरी, डूंग और जखन्याली गांव कंटेनमेंट जोन हैं। जाखणीधार में लामणीधार कंटेनमेंट जोन है। कंडीसौड़ में झेलम गांव और क्यूंलागी कंटेनमेंट जोन हैं। देवप्रयाग में डोबरी और डांडा गांव कंटेनमेंट जोन हैं।
इसी तरह ऊधमसिंहनगर जिले में सितारगंज स्थित संपूर्णानंद सेंट्रल जेल और रुद्रपुर की शिव शक्ति सोसायटी को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
पहले पौड़ी के दो इलाके भी कंटेनमेंट जोन में थे, लेकिन अब इन्हें कंटेनमेंट जोन की लिस्ट से हटा दिया गया है।
पौड़ी की जगह उत्तरकाशी के एक गांव की कंटेनमेंट जोन में एंट्री हुई है। उत्तरकाशी में पतूड़ी, डूंगोलधार को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
यहां प्रशासन के अगले आदेश तक लोग घरों में ही रहेंगे। लोगों के घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई गई है।