पिथौरागढ़ की एक गर्भवती महिला और उसकी नवजात बच्ची दोनों ने डिलीवरी के दौरान दम तोड़ दिया। मिली जानकारी के मुताबिक पिथौरागढ़ में एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान अस्पताल ले जाया गया जहां शिशु की मौत हो गई।
महिला की भी हालत गंभीर होने के बाद उसे हल्द्वानी के हायर अस्पताल में रेफर कर दिया गया मगर दुर्भाग्य से प्रसूता की भी मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक मां और नवजात की मृत्यु के बाद परिजनों ने अस्पताल के ऊपर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल की लापरवाही के कारण ही मां और बच्चे की जान गई है। वहीं कांग्रेस के नेताओं से अस्पताल के ऊपर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
आइये आपको पूरी घटना से अवगत कराते है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिथौरागढ़ के जलतूरी गांव की निवासी कल्पना देवी गर्भवती थीं। हाल ही में उनको प्रसव पीड़ा हुई जिसके बाद परिजनों द्वारा बिल्कुल देरी न करते हुए कल्पना को जिला अस्पताल ले जाया गया। यह भी पढ़ें – पहाड़ के लोग दिल्ली-NCR में बने गरीबों के मददगार, कोरोना संकटकाल में पेश की मिसाल
डिलीवरी के दौरान अस्पताल में ही नवजात शिशु की मृत्यु हो गई जिसके बाद अस्पताल ने हाथ खड़े कर लिए और कल्पना को हल्द्वानी के हायर सेंटर रेफर कर दिया। नाजुक हालत में आनन-फानन में कल्पना को उसके परिजन हायर सेंटर लेकर जा ही रहे थे कि रास्ते मे ही प्रसूता की भी मौत हो गई।
मां और बच्चा दोनों को खो देने के बाद परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर आ पहुंचा। मृत कल्पना के परिजनों ने पिथौरागढ़ जिला अस्पताल के ऊपर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण प्रसूता और बच्चे की जान गई है। वहीं पिथौरागढ़ जिले के कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल और प्रबंधन के खिलाफ अपनी आवाज ऊंची की है। कांग्रेस के नेता मुकेश पंत का कहना है कि अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ही आए दिन गर्भवती और उनके बच्चों की मृत्यु हो रही है जो कि चिंता का विषय है। कांग्रेस के नेताओं ने एक जुट होकर कहा है कि अगर पिथौरागढ़ का जिला प्रशासन इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्ती नहीं दिखाता है तो कांग्रेस के नेता सड़कों पर उतर आएंगे और उग्र आंदोलन करेंगे।