उत्तराखंड सरकार ने सूबे के नौ पहाड़ी जिलों को बड़ी राहत देने का ऐलान किया है। यह वो जिले जो कि ग्रीन जोन में शामिल हैं, यहां 3 मई के बाद लॉकडाउन खोलने की तैयारी चल रही है, उससे पहले सरकार ने बड़ी राहतें दी हैं।
बस तब तक प्रार्थना करें कि यहां कोरोना का कोई केस ना मिले। शनिवार को देहरादून में हुई महत्वपूर्ण बैठक में इस पर मुहर भी लग गई।
अस्पताल पहले की तरह खुलेंगे
सबसे बड़ी राहत ये है कि 9 पहाड़ी जिलों में अस्पताल पहले की तरह खुलेंगे। ये वो जिले हैं जहां कोरोना का एक भी मरीज नहीं है।प्रदेश में कोविड-19 का इलाज चुनिंदा अस्पतालों में होगा।
कोविड-19 अस्पताल के रूप में मेला अस्पताल हरिद्वार, दून हॉस्पिटल देहरादून, निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर और सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी को चुना गया है। दूसरे जिला अस्पतालों में पहले की तरह सेवाएं जारी रहेंगी।
मीटिंग में पहाड़ी जिलों में अर्थव्यवस्था सुधारने और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने का फैसला लिया गया
अब पहाड़ी जिलों में दुकानें सुबह 7 बजे से शाम छह बजे तक 11 घंटे तक खुली रह सकेंगी। शराब की दुकानें बंद रहेंगी। नाई की दुकानें भी बंद रहेंगी।
एक जिले से दूसरे जिलों में आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना होगा।
एक मंत्रिमंडलीय उपसमिति का गठन किया जाएगा, जो देखेगी कि कोविड-19 से अर्थव्यवस्था को कितना नुकसान हुआ है। उपसमिति के अध्यक्ष कृषि मंत्री सुबोध उनियाल होंगे।
चलिए अब आपको उत्तराखंड के ग्रीन जोन के बारे में बताते हैं। इसमें नई टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी, चंपावत, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा और पौड़ी गढ़वाल जिले शामिल हैं।
7 पहाड़ी जिलों में कोरोना का एक भी केस नहीं मिला। जबकि अल्मोड़ा और पौड़ी में कोरोना के 1-1 मरीज मिला था। दोनों मरीज ठीक हो चुके हैं। जिसके बाद ये दोनों जिले भी ग्रीन जोन जिलों में शामिल हो चुके हैं।
इन जिलों में 3 मई के बाद लॉकडाउन खोलने की तैयारी चल रही है। यहां उद्योगों और निर्माण कार्यों में सशर्त छूट दी जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा।