रिश्तो में कड़वाहट आना ज्यादा बड़ी बात नहीं है। लेकिन यह कड़वाहट इतनी बढ़ जाए की हत्या को अंजाम दे दे तो कई सवाल पैदा हो जाते है। ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली घटना हरिद्वार से आ रही है। जहां लोग अपने बहनोई को विशिष्ट सम्मान देते हैं वही दो सालों ने मिलकर अपने सगे बहनोई की हत्या कर दी। दोनों ने उसकी हत्या को अंजाम देने से पहले उसे शराब पिलाने के बहाने घर के बाहर बुलाया और बाइक में बिठा कर जंगल की ओर ले गए। वहां उन्होंने अपने बहनोई की हत्या करदी। उन्होंने अपने बहनोई का सिम तोड़कर तालाब में फेंक दिया।
मरने वाला सुदर्शन अगवानपुर का रहने वाला है और इलाके में अपनी वर्कशॉप चलाता था। सुदर्शन को क्या पता था कि उसके खुद के साले उसको मार डालेंगे। पुलिस ने हत्या के आरोप में सुदर्शन के दोनों साले मोतीलाल और मुरारी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में मुरारी ने अपने जीजा की हत्या का जुर्म कबूला। हत्या का कारण जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे । हत्यारा मोतीलाल दिल्ली में नौकरी करता था।तकरीबन साल भर पहले उसने अपनी बेटी की शादी मक्खनपुर के एक शानदार होटल में की। शादी के दौरान उसके बहनोई सुखदर्शन ने अपने साले के ऊपर तंज कसा। उसने मोतीलाल को कहा था कि इतनी शान-शौकत से शादी करने की उसकी औकात नहीं है। अपने जीजा की यह बात उसके दिल में चुभ गई थी और अंदर ही अंदर उसे खाए जा रही थी।
इसके बाद से ही वह अपने जीजा के लिए मन में रंजिश रखने लगा और उसको मारने का प्लान बनाने लगा। आखिरकार लॉकडाउन में मोतीलाल को मौका लगा तो उसने अपने जीजा की हत्या को अंजाम दिया। हत्या में उसका सगा भाई मुरारी भी शामिल था। बता दें कि शनिवार को तकरीबन 7 बजे मोतीलाल ने अपने जीजा सुदर्शन को शराब पीने के लिए घर से बाहर बुलाया। सुदर्शन उनकी बातों में आ गया और उनके साथ चला गया। तीनों लोग जंगल के अंदर गए और शराब पी।
वहां पर सुदर्शन और मोतीलाल के बीच फिर से तंज कसने को लेकर विवाद हुआ और मोतीलाल और मुरारी ने मिलकर सुखदर्शन की गला दबा कर हत्या कर दी और फरार हो गए। आरोपियों ने सुखदर्शन के मोबाइल का सिम कार्ड भी तोड़ कर फेंक दिया और मोबाईल भी तालाब में फेंक दिया था। रविवार की सुबह ग्रामीणों को सुखदर्शन का शव दिखा जिसके बाद पुलिस और परिजनों को सूचित किया गया। पुलिस ने हत्या के मामले मे दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद से ही गांव में हड़कंप मचा हुआ है।