उत्तराखंड राज्य के लक्सर, हरिद्वार क्षेत्र से दिल दहला देने वाली घटना सामने आ रही है l क्षेत्र के पंडितपुरी गांव में 13 वर्षीय बच्ची को मगरमच्छ गहरे तालाब में खींच ले गया। बच्ची अपनी दादी के साथ खेत में घास काटने गई थी। इसी बीच वह तालाब के पास फूल तोड़ने चली गई। पुलिस और वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के साथ कई घंटों की मशक्कत के बाद तालाब से बच्ची का शव बरामद किया।
मिली जानकारी के अनुसार, पंडितपुरी गांव निवासी मुन्नी देवी शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे रेलवे लाइन के पास खेत में पशुओं के लिए घास लेने गई थी। 13 वर्षीय पोती शिवानी पुत्री जयेंद्र भी उनके साथ चली गई। दादी के घास काटते समय पोती खेलते-खेलते रेलवे लाइन के पास तालाब के करीब पहुंच गई।
वह पानी में घुसकर फूल तोड़ने लगी। इसी बीच मगरमच्छ ने बच्ची के हाथ पर हमला कर दबोच लिया और पानी में खींच लिया। चीख पुकार सुनकर दादी और आसपास घास काट रहे अन्य लोग शोर मचाते हुए घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े।
सूचना मिलते ही रायसी चौकी प्रभारी ब्रजपाल सिंह, वन विभाग के बीट अधिकारी सोनी पंवार, देवेंद्र कुमार, दरोगा जातिराम और पंकज आदि भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों की मदद से पुलिस और वन विभाग की टीम ने किशोरी की खोजबीन शुरू की। शाम करीब सवा छह बजे किशोरी का शव तालाब से बरामद हुआ।
बच्ची का शव कीचड़ और घास के अंदर दबे होने के कारण टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीणों के अनुसार, उसके हाथ पर मगरमच्छ के दांतों के गहरे घाव हैं। शव मिलने की सूचना मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। विधायक संजय गुप्ता के प्रतिनिधि विजय गुप्ता, सुरेश शर्मा सहित सैकड़ों ग्रामीण मौके में पहुंचे।
क्षेत्र में मगरमच्छ द्वारा जान माल का नुकसान पहुंचाने की यह पहली घटना सामने आई है। गांव में दहशत का माहौल है, क्योंकि आसपास के कई गांवों के तालाबों में मगरमच्छ दिखते रहते हैं। ग्रामीणों का आरोप हे कि बार-बार मदद मांगने के बाद भी मगरमच्छों से निजात दिलाने में वन विभाग और प्रशासन विफल है।