
प्रदेश में कोरोना संक्रमण केसेज की संख्या 60 हो गई है, इसके बावजूद जमात के अलावा दूसरे राज्यों से आए लोग मस्जिदों-मदरसों में छिपे हुए हैं।
आपको बता दें कि हरिद्वार जिला अभी रेड जोन में है। घटना मंगलौर के टांडा गांव की है, जहां एक मदरसे में दो कश्मीरी छिप कर रह रहे थे।
मामला हरिद्वार जिले के मंगलौर का है, जहां पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दो कश्मीरियों को पकड़ा। दोनों कश्मीरी एक मदरसे में छिप कर रह रहे थे। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद दोनों का सिविल अस्पताल में चेकअप कराया। बाद में उन्हें कलियर स्थित क्वारेंटीन सेंटर भेज दिया गया। गांव वालों ने इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दी। सूचना मिलते ही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और दोनों कश्मीरियों को पकड़ कर सिविल अस्पताल ले गई।
जहां दोनों के स्वास्थ्य की जांच की गई। दोनों में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन उन्हें एहतियात के तौर पर कलियर स्थित गेस्ट हाउस में क्वारेंटाइन किया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों कश्मीरी इस इलाके में काफी समय से रह रहे हैं। लॉकडाउन से पहले एक कश्मीरी मदरसे में आ गया था, जबकि चार दिन पहले एक और कश्मीरी यहां आकर रहने लगा। ग्रामीणों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। आपको बता दें कि गुरुवार शाम पुलिस ने हरिद्वार के बहादराबाद में भी एक मस्जिद से 8 जमातियों को पकड़ा था। ये लोग जमात से लौटने के बाद एक मस्जिद में छिपे हुए थे।यहां अब तक 7 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं, इसके बावजूद बाहर से आए लोग प्रशासन के सामने नहीं आ रहे।
हरिद्वार जिला उत्तराखंड में कोरोना का एकमात्र रेड जोन है।