एक तरफ जहां देश में कोरोना प्रकोप अपने चरम पर है और केंद्र व राज्य सरकारें अपने-अपने यहां पर अस्पतालों में इससे संक्रमित होने वाले लोगों के लिए सुविधा जुटाने का काम कर रही हैं, वहीं दूसरी और कुछ निजी अस्पताल कोरोनावायरस के इलाज की सुविधा के लिए अच्छा खासा शुल्क वसूल कर रहे हैं, और इस वजह से इन अस्पतालों में इलाज कराना एक आम आदमी की पहुंच से बहुत बाहर की बात हो गई है.
एक वेबसाइट के अनुसार निजी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में इलाज का खर्च बहुत महंगा है, हालांकि अभी तक सरकार की ओर से अस्पतालों के लिए कोरोनावायरस इलाज का कोई शुल्क तय नहीं किया गया है, जिसकी वजह से मरीजों को एक मोटी रकम निजी अस्पतालों में चुकानी पड़ रही है.
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन अस्पतालों की रेट लिस्ट (एक बैनर) लगी हुई दिखाई दे रही है और इसकी वजह से राजधानी के लोगों में काफी रोष है.
वीडियो में वायरल हो रही रेट लिस्ट में पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल भी शामिल है, जिसमें जनरल वार्ड का पैकेज ₹25000 से ऊपर लिखा हुआ है और रूटीन वार्ड और आइसोलेशन प्राइवेट रूम का चार्ज लगभग 30,000 से ज्यादा है. बिना वेंटीलेटर के आईसीयू के लिए आपको 53 हजार रुपए और वेंटीलेटर के साथ आईसीयू के लिए आपको 72 हजार रुपए से ज्यादा की कीमत चुकानी पड़ सकती है और यह सब चार्ज प्रतिदिन के हिसाब से है।
इसमें दूसरा मामला दिल्ली के वसंत कुंज में स्थित फोर्टिस अस्पताल का है सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो की रेट लिस्ट के मुताबिक कोरोना के रोगी को यहां पर आइसोलेशन वार्ड के लिए ₹15000 प्रतिदिन और आईसीयू बेड के लिए ₹40000 प्रति दिन तक का खर्च चुकाना पड़ सकता है ,अस्पताल प्रबंधन की तरफ से अभी तक इस संबंध में कोई बयान नहीं आया है।
आपको बता दें एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर (इंडिया) ने निजी अस्पतालों में कोरोनावायरस के उपचार की राशि को तय किया हुआ है और इसको चार चरण में बांटते हुए फीस को निर्धारित किया गया है. ऐसे में अगर कोई रोगी सामान्य वार्ड में भर्ती होता है तो उसे ₹15000 चुकाने होंगे, जबकि आइसोलेशन आईसीयू में ₹25000 और अगर रोगी को वेंटिलेटर की सुविधा भी लेनी है तो उसके लिए ₹35000 की फीस चुकानी होगी, इन सब में प्लाज्मा थेरेपी का खर्च अलग से चुकाना होगा।
देश की राजधानी दिल्ली में 120 से ज्यादा अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के इलाज की सुविधा है जिसमें केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के अस्पताल भी शामिल हैं. सरकार ने कुछ अस्पतालों को कोरोना विशेष भी घोषित किया है, जिसमें गंगा राम कोलमेट, गंगाराम सिटी, दीपचंद बंधु अस्पताल, सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल शामिल है, जिसमें कोरोना के उपचार के लिए निर्धारित शुल्क लिया जाता है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की वजह से बात बढ़ती देख मैक्स अस्पताल के प्रबंधन ने एक बयान जारी करके कहा कि कोरोनावायरस के लिए जो रेट लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है उसमें उनकी पूरी बात नहीं लिखी है। प्रबंधन के अनुसार अस्पताल सिर्फ आइसोलेशन बेड की सुविधा देने के लिए लिखा हुआ चार्ज नहीं ले रहा है, इसमें नियमित परीक्षण, डॉ, दवाइयां और नर्स की फीस के साथ, मरीज के खाने का खर्च, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ऑक्सीजन और ईसीजी की सुविधाएं आदि भी शामिल है. यह चार्ज सिर्फ गंभीर मरीजों के लिए है, जिन्हें इस सुविधा में भर्ती होने की आवश्यकता होती है. मामूली लक्षण वाले रोगियों के लिए आइसोलेशन की सुविधा के लिए महज ₹333 प्रतिदिन लिए जा रहे हैं, और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के मरीजों की भी सेवा की जा रही है. इसके अलावा सीजीएचएस ईसीएचएस और अन्य पैनल के मरीजों को सब्सिडी वाले मूल्य पर ही चिकित्सा सेवा दी जा रही है।