क्या आप कभी सोचते हैं कि अंतरिक्ष में क्या नया हो रहा है? अगर हाँ, तो यहाँ आपके लिए सबसे ताज़ा अपडेट हैं। हम सरल भाषा में बताएँगे कि NASA कौन‑सी बड़ी चीज़ें कर रहा है, कौन‑से मिशन चल रहे हैं और आपके लिए कौन‑सा हिस्सा रोचक हो सकता है।
अभी अभी NASA ने Artemis मिशन की तैयारी पूरी कर ली है। इस मिशन का लक्ष्य 2025 तक चाँद पर फिर से इंसान भेजना है। इस बार सत्री (स्ट्रॉन्ग) रक्षा प्रणाली और चाँद की सतह पर स्थायी बेस बनाने की योजना है। अगर आप लॉन्च की तारीख सुनना चाहते हैं, तो इसे अपने कैलेंडर पर नोट कर लें – हर साल दो‑तीन बड़े लॉन्च होते हैं।
मार्स पर भी काम तेज़ है। Perseverance रोवर ने अब तक 15 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है और अब यह नए चट्टानों की तस्वीरें ले रहा है। रोवर पर लगे कैमरों से मिलने वाले फोटो बहुत ही साफ़ हैं और वैज्ञानिक इनसे पानी के पुराने संकेत खोजने की कोशिश कर रहे हैं।
NASA ने हाल ही में James Webb टेलीस्कोप को आकाश में स्थापित किया। यह टेलीस्कोप हमें बहुत दूर के आकाशगंगाओं की तस्वीरें दिखाता है, जहाँ से हम ब्रह्मांड की पहली रोशनी देख सकते हैं। इस जानकारी से हम समझ पा रहे हैं कि विश्व कैसे बना और पहली सैकड़ों मिलियन साल में क्या हुआ।
नए प्रोजेक्ट में NASA ने निजी कंपनियों के साथ मिलकर अंतरिक्ष यात्रा को सस्ता बनाने की योजना बनाई है। SpaceX, Blue Origin जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी से उपग्रह लॉन्च की लागत घटेगी और छोटे व्यवसाय भी अपना डेटा स्पेस में भेज पाएँगे। यह बदलाव नयी नौकरियों और नई तकनीक को जन्म देगा।
अगर आप खुद भी अंतरिक्ष से जुड़ना चाहते हैं, तो NASA का "Citizen Science" प्रोग्राम मदद कर सकता है। इसमें आप मोबाइल ऐप से तारे, ग्रह या उल्का पिंडों को पहचानने में मदद कर सकते हैं। आपके छोटे‑छोटे योगदान से बड़े‑बड़े वैज्ञानिक खोजें संभव होती हैं।
सभी अपडेट्स को फ़ॉलो करने के लिए आप हमारे वेबसाइट पर रोज़‑रोज़ आने वाले लेख पढ़ सकते हैं। हमने हर बड़े लॉन्च की तारीख, मिशन की महत्वता और कैसे आप इसमें भाग ले सकते हैं, सब कुछ सरल शब्दों में लिखा है।
आखिरकार, अंतरिक्ष सिर्फ वैज्ञानिकों का काम नहीं है, यह सबका रोमांच है। NASA की हर नई खोज हमारे रोज़‑मर्रा के जीवन पर असर डालती है – चाहे वह बेहतर GPS सिग्नल हो या नई स्वास्थ्य तकनीक। तो तैयार हो जाइए, इस अद्भुत सफ़र में हमारे साथ चलें।
NASA के क्यूरियोसिटी रोवर ने गेल क्रेटर में ऐसे तरंग-निशान ढूंढे जो बताते हैं कि 3.7 अरब साल पहले मंगल पर खुली झील में हवा से लहरें उठती थीं। छह मिलीमीटर ऊँचे और 4–5 सेंटीमीटर दूरी वाले ये निशान धरती की झीलों के जैसे हैं। मॉडलिंग से झील की गहराई करीब 2 मीटर आंकी गई। इससे पता चलता है कि तब मंगल का माहौल घना और गर्म था और जीवन की संभावना लंबी रही होगी।
विज्ञान और अंतरिक्ष