RBI Governor Press conference Live: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यह पहले की तरह 4 फीसदी पर ही बना रहेगा। जून में बढ़ी महंगाई दर को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि RBI इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा।
इस साल जून में एनुअल इनफ्लेशन रेट मार्च के 5.84 फीसदी के मुकाबले बढ़कर 6.09 फीसदी हो गया है। यह RBI के मीडियम टर्म टारगेट से ज्यादा है। RBI का यह टारगेट 2-6 फीसदी है।
RBI की 6 सदस्यीय मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी में एकमत से रेपो रेट में कोई बदलाव ना करने का फैसला किया है। RBI की कमिटी ने रिवर्स रेपो रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया है। रिवर्स रेपो रेट पहले की तरह 3.35 फीसदी बना रहेगा। रिवर्स रेपो रेट वो रेट होता है जिस पर बैंक अपने कामकाज के बाद जो फंड बचता है वह RBI में जमा करते हैं।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रियल GDP ग्रोथ अभी भी नेगेटिव है लेकिन उन्होंने यह उम्मीद जताई कि एकबार Covid-19 महामारी पर काबू पाने के बाद हालात सुधरेंगे।
RBI गवर्नर ने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण होने के साथ ही खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ गए हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कृषि क्षेत्र की संभावनाएं बेहतर हुई हैं। अच्छे मॉनसून से खरीफ की बुआई ज्यादा अच्छी हुई है।
पिछले कुछ समय में RBI की पॉलिसी का फोकस ग्रोथ को बढ़ाने पर रहा है। RBI पहले ही फरवरी से लेकर अब तक रेपो रेट में 1.15 फीसदी की कटौती कर चुका है। इससे पहले RBI ने पिछले साल रेपो रेट में 1.35 फीसदी की कटौती की थी।
शोभित अग्रवाल
शेयर बाज़ार विश्लेषक