पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से तबाही मची हुई है। आर्थिक स्थितियां बिगड़ रही हैं। कोरोनावायरस संकट और लॉकडाउन के इस दौर में भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India – RBI ) की ओर से मुहैया कराई गई लोन मोराटोरियम की सुविधा को और तीन महीने (अगस्त) के लिए बढ़ाया जा सकता है। Indian Banks Association ने RBI से मोराटोरियम (moratorium) बढ़ाने का सुझाव दिया है। जिस पर RBI विचरा-विमर्श कर रहा है। इकोनॉमिक टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से इस खबर की जानकारी दी है।

शनिवार को RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Dass) ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रसिंग के जरिए मीटिंग की थी। इस मीटिंग में कई बैंकों ने RBI को मोरोटोरियम सुविधा को 90 और दिनों के लिए बढ़ाने का सुझाव दिया था। बैंकों ने RBI से कहा है कि ज्यादातर कारोबारियों का मानना है कि इस महीने के आखिरी हफ्ते से पहले कारोबार शुरू होने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में वे पहले से जमा ब्याज राशि का 31 मई के बाद पेमेंट करने की स्थिति में नहीं होंगे। पब्लिक सेक्टर बैंक के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि RBI गर 3 महीने के लिए और मोराटोरियम बढाते हैं तो लोन लेने वाले और बैंक दोनों को फायदा होगा।
फिलहाल RBI के निर्देश पर देश के सभी बैंकों ने हर तरह के लोन पर 90 दिन (मार्च से मई) तक EMI भरने पर राहत दे रखी है। इस दौरान लोन पर ब्याज वृद्धि से राहत नहीं मिली है। ग्राहक बढ़े हुए ब्याज को आगे की किस्तों में भर सकते हैं।
शोभित अग्रवाल
शेयर बाजार विश्लेषक