अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी कंपनी सिल्वरलेक पार्टनर्स मैं जियो प्लेटफार्म में 1 फ़ीसदी हिस्सेदारी $75 करोड़ डॉलर यानी करीब 5655.75 करोड़ रुपए में खरीदी है। इस डील के हिसाब से रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस डिजिटल यूनिट की वैल्यू 65 अरब डॉलर हो गई है। सिल्वर लेक की यह डील फेसबुक डील के मुकाबले ज्यादा वैल्यूएशन पर हुई है।
2 हफ्ते पहले ही फेसबुक में जियो प्लेटफार्म में 9.99 फ़ीसदी हिस्सेदारी 5.7 अरब डॉलर में ली थी। फेसबुक-जियो की यह डील सोशल मीडिया नेटवर्क की सबसे बड़ी डील है। इससे पहले 2014 में फेसबुक ने वॉट्सऐप के साथ 22 अरब डॉलर की डील की थी।
सिल्वर लेक टेक्नोलॉजी ने 2013 में पीसी कंपनी डेल का अधिग्रहण किया था जिसके बाद वह सबकी नजरों में आई। टेक्नोलॉजी से जुड़ी कंपनियों में निवेश करने के मामले में यह दुनिया की दिग्गज कंपनियों में शामिल है। सिल्वर लेक का कंबाइंड AUM (एसेट्स अंडर मैनेजमेंट) 43 अरब डॉलर का है। कंपनी ने करीब 100 से ज्यादा इनवेस्टमेंट किए हैं और इसके अधिकारी सिलिकॉन वैली, न्यूयॉर्क, हॉन्गकॉन्ग और लंदन में मौजदू हैं।
30 अप्रैल को रिलायंस ने कहा था, “फेसबुक निवेश के अलावा बोर्ड को यह जानकारी दी गई है कि जियो में दूसरी स्ट्रैटेजिक और फाइनेंशियल इनवेस्टर्स की भी दिलचस्पी है जो आने वाले महीनों में बड़ा निवेश करना चाहते हैं।”
22 अप्रैल को फेसबुक ने जियो में 9.9 फीसदी हिस्सेदारी 43,574 करोड़ रुपए में ली थी। इस हिसाब से जियो की वैल्यू 4.62 लाख करोड़ रुपए होती है।
जियो की लॉन्चिंग तीन साल पहले हुई थी। तीन साल में ही यह देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई है। कंपनी के पास करीब 34 करोड़ कस्टमर्स हैं।
शोभित अग्रवाल
शेयर बाजार विश्लेसक