जहां कोरोनावायरस महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है। तमाम कोशिशों और दावों के बावजूद इस को संभाल पाना विश्व के किसी भी देश के लिए चुनौती का विषय बना हुआ है। ऐसे में बाबा रामदेव ने हरिद्वार में कोरोनावायरस की दवा “कोरोनिल और स्वसारी” को लॉन्च किया था। साथ में उन्होंने यह दावा भी किया था कि इसका रिकवरी रेट 100% है। बताया जा रहा था कि कोरोनावायरस को ठीक करने वाली यह पहली आयुर्वेदिक दवा है l
पतंजलि की खोज एक बहुत बड़ा चर्चा का विषय बनी हुई थी परंतु लॉन्चिंग के 24 घंटे के भीतर ही आयुष मंत्रालय ने बाबा रामदेव को तगड़ा झटका दे दिया है। आयुष मंत्रालय ने बाबा रामदेव की दवा का विज्ञापन रोकने का आदेश दिया है। मंत्रालय ने साफ कहा कि कोरोना की बताई जा रही दवा के बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। साथ ही पतंजलि से कहा कि पहले अपने कागज हमारे पास जमा कराएं, तब तक किसी भी विज्ञापन या किसी भी तरह का दावा करने से बचें। इस दवा को 1 हफ्ते के भीतर ही पतंजलि स्टोर और ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध कराने की बात की जा रही थी। लेकिन आयुष मंत्रालय के आदेश के बाद अब इसमें कुछ और समय लग सकता है।