राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोनावायरस के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी।
केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्ली वालों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि हालात पहले से काफी सुधर गए हैं और हमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहना जैसे नियमों का पालन आगे भी करते रहना होगा और हमें कोरोना से बचने के लिए इन सभी बातों को ध्यान रखना होगा. हम अच्छे की उम्मीद करेंगे मगर तैयारी हम खतरनाक स्थिति की करके रखेंगे।
आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक महीने पहले जब हमने दिल्ली में लॉकडाउन खोला था तब बहुत तेजी से कोरोना के केस बढ़ने लगे थे तब हमें उम्मीद थी कि केस और बढ़ेंगे मगर इतनी तेजी से बढ़ेंगे यह उम्मीद नहीं थी।
केंद्र सरकार की एक वेबसाइट है जिससे पता चलता है कि आगे की स्थिति क्या होगी उसके मुताबिक जिस स्पीड से दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ रहे थे उस हिसाब से दिल्ली में जून के अंत तक एक लाख केस होने थे और उसमें लगभग 60,000 केस होते. इसके लिए लगभग 15000 बेड की जरूरत होती यह स्थिति बेहद गंभीर थी। हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठे हार नहीं मानी और डबल मेहनत की। उस वक्त जिससे वह सकता था सब से मदद मांगी जनता के सामने भी स्थिति रखी और सब के पास मदद मांगने के लिए गए। निजी-सरकारी होटल, बैंक्विट हॉल तक गए और हमारे खिलाफ मुकदमा तक हुआ। समाजसेवी धार्मिक संस्था केंद्र सरकार सब से मदद मांगी और जिन से मदद नहीं मिली उनके भी पैर पकड़े। सभी एजेंसियों की यह मेहनत का नतीजा है कि आज से 1 महीने पहले जो भयावह स्थिति हम सोच रहे थे वह अब नहीं है।
1 महीने पहले लगाए गए अंदाजे 30 जून तक एक लाकेश होंगे और उसमें 60017 केस होंगे मगर आज केवल 26000 एक्टिव कैसे हैं और यह सब की मेहनत का नतीजा है कि ऐसा नहीं हुआ।
आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में मरीजों की संख्या घट रही है और कौन से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है 1 महीने पहले 38 फ़ीसदी मरीज ठीक हो चुके थे अब यह आंकड़ा 67 फ़ीसदी पर पहुंच गया है यानी कि अब तक 58000 मरीज ठीक हो चुके हैं।
23 जून को आए 3950 केस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कल 30 जून को यह संख्या 2200 थी और बीते सप्ताह में नए मामले घटे है. अब दिल्ली में कोरोनावायरस से मौत भी पहले से कम होने लगी है. एक दिन ऐसा आया था, जब 125 मरीजों की मौत हुई थी अब रोजाना 60-65 मौतें हो रही है यानी यह पीक से कम हो गया है. हमने जांच की संख्या भी बढ़ाई है।
पहले 100 लोगों की जांच करते थे तो 31 को रोना से संक्रमित मरीज आते थे अब महज 13 कोरोनावायरस मिल रहे हैं अगर बात करें स्थिति अब काफी कंट्रोल में आ गई है और यह इतनी भयानक नहीं है जो एक महीना पहले थी और यह सब मिले-जुले प्रयास का नतीजा है।
आगे बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि इससे खुश होकर हमें हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठना है और सब कुछ खुला नहीं कर देना यह वायरस ऐसा है कि कल क्या करेगा परसों क्या करेगा किसी को नहीं पता हो सकता है कल से फिर किस बढ़ जाए सरकार अपनी तरफ से कोशिश जारी रखेगी जिससे आने वाले समय में केस बढे तो हम उससे निपट सकें।
आगे बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ विशेषज्ञ लिख रहे हैं कि दिल्ली में पीक आकर जा चुका है, मगर आप लोगों से गुजारिश है कि विशेषज्ञों की बातों को अनदेखा करिए, मास्क पहनते रहे, हाथ लगातार धोते रहे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहिए