गुवाहाटी के बारापारा स्टेडियम में एक ऐसा मैच खेला गया, जिसने दर्शकों के दिलों को थाम लिया। ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के एक महत्वपूर्ण मुकाबले में, इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम को 4 विकेट से हराकर अपनी जीत की घोषणा की। यह जीत सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक अद्भुत वापसी थी — जब टीम इंग्लैंड 78-5 पर थी, तो कोई सोच नहीं पा रहा था कि वे जीत सकती हैं। लेकिन फिर आई वो जोड़ी — हेथर नाइट और चैरी डीन। नाइट ने 111 गेंदों में अजेय 79 रन बनाए, जिसमें 8 चौके शामिल थे, और डीन ने 27 अपराजित रनों के साथ उनके साथ जुड़कर टीम को जीत की ओर ले गए।
बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 178 रन का ठोस स्कोर खड़ा किया। सोभना मोस्टारी ने अपनी पहली ओडीआई शतक नहीं, लेकिन अपनी पहली अर्धशतक बनाई — 108 गेंदों में 60 रन। उनकी शांत बल्लेबाजी ने टीम को आधार दिया। लेकिन जब टीम को आखिरी 10 ओवर में तेजी लाने की जरूरत थी, तो रबेया खान ने 27 गेंदों में 43 रनों की आग की बौछार कर दी। उनकी इस अर्धशतक ने बांग्लादेश को 180 के पार पहुंचने का सपना दिखाया, लेकिन एक रन की कमी ने उनकी जीत की आशा को धुंधला कर दिया।
इंग्लैंड की गेंदबाजी ने इस पारी को बांग्लादेश के लिए एक बहुत बड़ा चुनौती बना दिया। सोफी एकलस्टोन ने 10 ओवर में सिर्फ 24 रन देकर 3 विकेट लिए — और इस दौरान 48 डॉट बॉल्स फेंकीं। उनकी गेंदबाजी ने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को बिल्कुल रोक दिया। चार्ली डीन (2/28), लिंसी स्मिथ (2/33) और एलिस कैप्सी (2/31) ने भी अपने-अपने हिस्से का योगदान दिया। बांग्लादेश के लिए बड़ा दर्द यह रहा कि उनकी शुरुआती गेंदबाज मारुफा अक्तर ने पहले ही दो विकेट ले लिए थे — तम्मी बीमॉन्ट और एमी जोन्स को आउट किया — लेकिन उनकी चोट के कारण आखिरी 5 ओवर नहीं बोल सकीं। वो विकेट जो इंग्लैंड को जल्दी ही नीचे ला रहे थे, वो अचानक बंद हो गए।
जब इंग्लैंड का स्कोर 78-5 पर पहुंचा, तो लगा जैसे बांग्लादेश की जीत निश्चित है। बांग्लादेश के स्पिनर्स ने अपने गेंदों को बिल्कुल नियंत्रित कर लिया था। लेकिन यहीं पर जादू हुआ। हेथर नाइट ने अपने आप को एक शांत, दृढ़ नेता के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने बिना डरे, बिना बेकार के रन लिए, एक बल्लेबाजी का नमूना पेश किया। जब वे 73 रन पर थीं, तो रबेया खान ने एक फुल टॉस फेंका — नाइट ने उसे अंदर की ओर जाने दिया, और गेंद फाइन लेग की ओर जा कर चौका बन गई। उस रन के साथ तनाव घट गया। आखिरी ओवर में, डीन ने सोभना मोस्टारी के एक फुल टॉस को कवर और मिड-ऑफ के बीच से गुजार दिया। चार रन। जीत। 23 गेंदें बचीं।
इंग्लैंड की यह जीत उनकी दूसरी लगातार जीत थी, जिससे वे ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 की टेबल के शीर्ष पर पहुंच गईं। कोच चार्लोट एडवर्ड्स की टीम ने दिखाया कि चार बार की विश्व चैंपियन टीम के रूप में उनके पास अभी भी दिमाग और दिल है। जब टीम बर्बर तरीके से गिर रही थी, तो उन्होंने अपने खिलाड़ियों को शांत रहने का संदेश दिया। उनकी बातचीत और रणनीति ने बचाव के लिए एक नया मानक स्थापित किया।
बांग्लादेश की कप्तान निगार सुल्ताना जोती ने मैच के बाद कहा, "हमने टॉस खो दिया, लेकिन हम इस मैच में बल्लेबाजी करना चाहते थे। इसलिए टॉस खोना खराब निर्णय नहीं था।" यह बयान उनकी रणनीति को समझने की कोशिश करता है। उन्होंने बारापारा के घुमावदार पिच पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया — और वहीं उनकी टीम ने अपना सबसे अच्छा काम किया। लेकिन एक रन की कमी ने उनकी जीत की इच्छा को नाकाम कर दिया।
अब इंग्लैंड के सामने आगे के मुकाबले और भी कठिन होंगे। ऑस्ट्रेलिया और भारत जैसी टीमें उनके रास्ते में आएंगी। लेकिन यह मैच दिखाता है कि जब टीम नीचे गिरती है, तो वह अपने अंदर के बल को निकाल सकती है। नाइट की अजेय पारी ने सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक विश्वास भी दिया — कि इंग्लैंड अभी भी वही है जो वह पिछले 15 सालों में रही है।
हेथर नाइट की यह पारी केवल रनों का एक जमाव नहीं थी। जब इंग्लैंड 78-5 पर थी, तो उनके पास कोई अन्य बल्लेबाज नहीं था। उन्होंने 111 गेंदों में बिना गलती किए रन बनाए, जिसमें 8 चौके शामिल थे। उनकी शांति और धैर्य ने टीम को बचाया और दबाव को तोड़ा। यह उनकी कप्तानी की सबसे महत्वपूर्ण पारी में से एक है।
एकलस्टोन ने 10 ओवर में सिर्फ 24 रन दिए और 48 डॉट बॉल्स फेंकीं — जो एक ओडीआई में बहुत कम है। उनकी गेंदबाजी ने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को रोक दिया और उनकी गति को धीमा कर दिया। उन्होंने तीन विकेट लिए, जिनमें से दो बड़े बल्लेबाज थे। इस तरह का नियंत्रण अब तक किसी भी स्पिनर ने नहीं दिखाया था।
मारुफा अक्तर ने पहले ही दो जरूरी विकेट ले लिए थे — बीमॉन्ट और जोन्स को। उनकी गेंदबाजी ने इंग्लैंड को दबाव में डाल दिया था। लेकिन जब वे चोटिल हो गईं और आखिरी 5 ओवर नहीं बोल सकीं, तो इंग्लैंड के लिए दबाव कम हो गया। उनकी अनुपस्थिति में बांग्लादेश की गेंदबाजी ने अपनी तेजी खो दी।
इंग्लैंड चार बार की विश्व चैंपियन है, लेकिन पिछले कुछ सालों में उनकी टीम को निरंतरता की कमी का सामना करना पड़ा। यह जीत उनकी वापसी का संकेत है। दो लगातार जीत के साथ, वे अब टेबल के शीर्ष पर हैं। यह दिखाता है कि उनके पास टूर्नामेंट जीतने की इच्छा और क्षमता अभी भी है।
बांग्लादेश ने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। रबेया खान की तेज बल्लेबाजी और सोभना की शांति ने दिखाया कि वे अब किसी भी टीम के साथ लड़ सकते हैं। एक रन की कमी ने उन्हें हरा दिया, लेकिन यह मैच उनके लिए एक नया आत्मविश्वास लाया है।
इंग्लैंड का अगला मैच 12 अक्टूबर, 2025 को दिल्ली के आरपीएस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगा। ऑस्ट्रेलिया भी टेबल के शीर्ष पर है और इस मैच को टूर्नामेंट का टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है। इंग्लैंड को अपनी रणनीति और शांति बरकरार रखनी होगी।
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