शायद आपको याद होगा कि हरिद्वार से कावड़ लाने में एक बाबा बहुत सारे सोने के गहने और लग्जरी कार के साथ कावड़ लाया करते थे। जी हां हम बात कर रहे हैं गोल्डन बाबा की। कैंसर से चली लंबी बीमारी के कारण मंगलवार की देर रात गोल्डन बाबा ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली।
गोल्डन बाबा गाजियाबाद के इंदिरापुरम में स्थित जीसी ग्रैंड सोसाइटी में रहते थे और उनका असली नाम सुधीर कुमार मक्कड़ है। बाबा बनने से पहले सुधीर कुमार मक्कड़ का दिल्ली में गारमेंट का कारोबार हुआ करता था।
दिल्ली के गांधीनगर के अशोक गली में गोल्डन बाबा का एक आश्रम है। इंदिरापुरम की जीसी ग्रैंड सोसायटी के अध्यक्ष अमरीश गर्ग ने बताया कि सोसायटी के लोगों का आज सुबह ही उनके निधन की सूचना मिली है फिलहाल उनके फ्लाइट पर ताला लगा हुआ है।
गोल्डन बाबा करोड़पति आभूषण पहनते थे जिसके कारण वह हमेशा सुर्खियों में बने रहते थे और हर साल कई किलो सोने के गहने पहनकर और लग्जरी कारों के साथ वह कावड़ यात्रा भी निकालते थे।
आपको बता दें 2018 में 20 किलो सोना और 21 लग्जरी कारों के साथ कावड़ यात्रा के लिए गोल्डन बाबा निकले थे और जिस में सोने की काफी सारी चेन थी जिनका वजन लगभग 500 ग्राम के करीब था।