दिव्य प्रभात संपादकीय: बदल रहा संसार।

दिव्य प्रभात के सभी प्रिय दर्शकों को मेरा नमस्कार।
आप सभी ने दिव्य प्रभात द्वारा प्रकाशित समाचारों मे जो रुचि दिखाई है और निरंतर इन समाचारों को पसंद किया है, उसके लिए मैं आप सभी को धन्यवाद करता हूं।
दिव्य प्रभात का मुख्य लक्ष्य ही है कि आपको निरंतर सत्य और नवीनतम जानकारियों से जल्दी से जल्दी। अवगत कराया जा सके।
आप सभी का सहयोग इसी तरह मिलता रहा तो यह हमारे उद्देश्यों को पूरा करने के लिए बहुत प्रेरणादाई होगा।

मैं उत्तराखंड और हमारे भारत देश के सभी नागरिकों को और भी ज्यादा धन्यवाद इसलिए करना चाहूंगा की वैश्विक संकट जो कोरोनावायरस के रूप में, एक बड़ी चुनौती बनकर हम सभी के सामने खड़ा हो गया है, उससे निपटने के लिए हम सभी ने उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार के निर्देशों का पालन करके इसमें अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बीच में कुछ लोगों द्वारा बड़ी गलतियां होने के बावजूद हमने घबराए बिना बड़े साहस के साथ इन विपरीत परिस्थितियों से निपटने का काम किया है।
इस बात की मुझे पूरी आशा है कि हम बहुत जल्दी कोरोनावायरस जैसी बड़ी आपदा को हमेशा के लिए हरा देंगे। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कोरोनावायरस को रोकने का सर्वश्रेष्ठ समाधान यही है कि हम सामाजिक दूरियां बनाए रखें।

हम सभी के साथ यह जिंदगी में पहली बार ही हुआ होगा कि इतने समय के लिए हम अपने घरों में रहे होंगे। कुछ लोगों ने इसे अपने व्यक्तित्व को निखारने के महत्वपूर्ण मौकों के रूप में देखा है। यहां कुछ लोग इस समय को अपने शरीर को सुदृढ़ बनाने में लगा रहे हैं, वहीं कुछ लोग इस समय को अपने मानसिक विकास करने के लिए उपयोग में ला रहे हैं।
कुछ लोग इस समय को अपने परिवार से जुड़कर उनकी भावनाओं को समझने में दे रहे हैं, तो कुछ लोग अध्यात्म की तरफ अपने झुकाव को मूर्त रूप दे रहे हैं। यह एक ऐसा विराम है जहां हमें अपनी जिंदगी का मूल्यांकन करने का समय मिला है। जिस बुनियाद पर हम आने वाले समय में अपनी जिंदगी को योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं।
कोरोनावायरस से हमें खुद को, अपने परिवार को और अपने समाज को बचाने के लिए घर में तो रहना ही है, तो क्यों ना घर में रहकर समय का सदुपयोग करके, जिंदगी में ऐसा टर्निंग प्वाइंट लाया जाए जो हमें हमारे जिंदगी के लक्ष्यों को पूरा करने में मददगार साबित हो सके।

एक ओर जहां हम अपने घरों में लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं, वहीं दूसरी और प्रकृति को भी अपने वातावरण को शुद्ध करने का मौका मिला है। जहां एक और मां गंगा को स्वच्छ करने के अनगिनत प्रयास विफल हो गए। वही लॉक डाउन के चलते गंगा मां अपने आप खुद को स्वच्छ और निर्मल बनाने का काम कर रही है। जहां एक और हम वायु प्रदूषण के बढ़ने से अपने आने वाले भविष्य को खतरे में देख रहे थे, प्रकृति ने उसी प्राण देने वाली वायु को दोबारा स्वच्छ और निर्मल बनाने का काम इसी लॉक डाउन के समय किया है। यह समय हम सभी के लिए स्वास्थ्य और आर्थिक चुनौती भरा तो है ही, लेकिन इसमें से बहुत कुछ सकारात्मक पहलू भी निकल रहे हैं।

आप सभी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना दिव्य प्रभात करता है, साथ में दिव्य प्रभात प्रभु से प्रार्थना करता है कि इस पूरे विश्व से कोरोनावायरस जैसी विपदा जल्दी समाप्त हो । तब तक आप सभी स्वस्थ रहें। सुरक्षित रहें।
धन्यवाद!

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