दिल्ली सरकार ने 2 मई को 5 सदस्य डॉक्टरों की टीम का गठन किया था, जिसका काम था दिल्ली में आने वाले समय में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों का आकलन करना.
अब इस टीम के आकलन के अनुसार जून के अंत तक दिल्ली में कम से कम एक लाख लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित मामले होने की संभावना है. दिल्ली में रोज तेजी से बढ़ रहे कोरोनावायरस मरीजो के मामले से लगता है कि एक लाख मरीज जून के अंत तक हो सकते हैं.
डॉक्टरों की टीम ने दिल्ली की सरकार को सुझाव दिया है कि इसके लिए दिल्ली को 15000 बेड की जरूरत पड़ सकती है.
इस टीम के चेयरमैन डॉ महेश वर्मा ने एक समाचार एजेंसी ANI को बताया कि हमने मुंबई-अहमदाबाद और चेन्नई के शहरों में बढ़ रहे कोरोना के मरीजों की संख्या का अध्ययन किया है, और उसके मुताबिक दिल्ली में जून महीने के अंत तक 100000 से अधिक मरीज हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने दिल्ली सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, और उसमें दिल्ली सरकार को 15000 बेड का इंतजाम इन मामलों के लिए करने का सुझाव दिया गया है.
उनका कहना था कि दिल्ली में मरीजों की संख्या को देखते हुए 25 फ़ीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ेगी. डॉ महेश वर्मा का यह भी कहना था कि दिल्ली में 15 जुलाई तक 42000 बेड की जरूरत पड़ेगी. यह सुझाव दिल्ली सरकार के द्वारा 2 मई को पांच सदस्य डॉ की बनाई गई टीम के द्वारा दिया गया.
टीम को कहा गया था कि वह अस्पतालों की स्थिति और कोरोना महामारी का सामना करने के लिए सुझाव के साथ बढ़ते मामलों पर अध्ययन करें, और इस पर रिपोर्ट बनाकर दिल्ली सरकार को सौंपे. अब टीम ने अपनी रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंप दी है