लॉक डाउन के दौरान जहां लोग अपने घरों में बैठे हैं। उसके बावजूद भी लगातार यौन शोषण के मामले सामने आ रहे हैं। बच्चों को हर समाज में स्नेह और सुरक्षा देने की बात कही जाती है, लेकिन आज यही बच्चे सबसे खतरनाक दौर में जी रहे हैं।
बच्चों के अंदर भी मासूमियत खत्म हो गई है। बच्चे ना सिर्फ घिनौने अपराधों का शिकार हो रहे हैं, बल्कि इन अपराधों में लिप्त भी मिल रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला देहरादून में सामने आया है। जहां एक 13 साल की बच्ची से किशोर ने दुष्कर्म किया। घिनौने अपराध को अंजाम देने वाले किशोर की उम्र सिर्फ 15 साल है। बच्ची के साथ दरिंदगी करने के बाद उसने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने किशोर को पकड़ लिया है। उसे किशोर न्यायालय में पेश किया गया।
दिल दहला देने वाली ये घटना प्रेमनगर में हुई। यहां एक महिला ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया कि एक 15 साल के लड़के ने उसकी 13 साल की नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया। आरोपी लड़का अब नाबालिग को जान से मारने की धमकी दे रहा है।
शिकायत मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई। बाद में किशोर को प्रेमनगर पुलिस ने सुद्दोवाला पुल के पास से हिरासत में ले लिया। पुलिस ने किशोर के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पीड़ित नाबालिग का मेडिकल भी कराया गया।
नाबालिग को किशोर न्यायालय में पेश करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
नाबालिगों का इस तरह जघन्य अपराधों में लिप्त मिलना कहीं ना कहीं अभिभावकों और हमारे समाज की भी गलती है। मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में पल रही नई पीढ़ी अपराध के अंधे गर्त में जा रही है। हाल ही में इंस्टाग्राम के ‘ब्यॉज लॉकर रूम्स’ चैट रूम की घटना इसका जीता-जागता उदाहरण है।
इस चैट रूम में कथित रूप से दक्षिण दिल्ली के 16 से 18 साल की उम्र के किशोर और लड़के थे, जिन्होंने नाबालिग लड़कियों से जुड़ी आपत्तिजनक और अश्लील बातें साझा की थी। इस चैट रूम में लड़कों का एक बड़ा समूह सोशल मीडिया के जरिए नाबालिगों संग रेप और यौन शोषण के तरीकों पर डिस्कशन कर रहा था। बच्चियों के साथ इस तरह के अपराधों का होना और उनमें किशोरों का लिप्त मिलना सचमुच डराने वाला है।