हल्द्वानी के पश्चिमी खेड़ा गोविंद गांव में एक घर का नन्हा चिराग हमेशा-हमेशा के लिए बुझ गया।
हल्द्वानी के पश्चिमी खेड़ा गोविंद गांव के निवासी ललित आर्य अपने परिवार संग रहते हैं। ललित और उसकी पत्नी हंसा मजदूरी करके अपना घर चलाते हैं और अपने बच्चों का पालन-पोषण करते हैं। बीते रविवार को भी दोनों पति- पत्नी मजदूरी करने गए थे। उनका 4 वर्ष का बेटा सागर सुबह घर के पास खेल रहा था कि तभी अचानक घर के आगे टूटी हुई नहर की दीवार के कारण मासूम सागर 6 फीट गहरी नहर के अंदर जा गिरा और डूबने लगा। यह हादसा उस वक्त हुआ जब उसके माता-पिता मजदूरी करने गए थे। उनके वापस आने पर सागर दिखाई नहीं दिया तो परिजनों ने गांव वालों के साथ मिलकर मासूम की तलाश करना शुरू किया। तकरीबन 4 किलोमीटर दूर बाघजाला पंचक्की के पास नहर में सागर का शव अटका हुआ मिला जिसके बाद वहां पर हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की सूचना पर गोला बैराज से निकलने वाली नहर के पानी को बंद कराया गया। दोपहर तकरीबन 1 बजे के करीब 6 फीट गहरी नहर में से मृतक सागर के शव को बाहर निकाला गया।