देहरादून। मैक्स अस्पताल देहरादून से पिछले दिनों चोरी हुए मोबाइल को पुलिस ने बरामद कर लिया। वहीं, आरोपियों द्वारा किये गए खुलासे ने अस्पताल के अंदर बीते कुछ दिनों में हुए घटनाक्रमों को उजागर कर दिया। पुलिस जांच में सामने आया कि मोबाइल चोरी आदि मि घटना यहां आम है जबकि बीते कुछ दिनों में यहां दवा व महंगे इंजेक्शन भी यहां से चोरी हुए। यह सब जानने के बावजूद अस्पताल ने कभी इस ओर जानबूझकर ध्यान नहीं दिया।
राजपुर पुलिस के मुताबिक 18-05-2021 को आवेदक श्री अमनदीप गिल पुत्र स्व0 श्री अवतार सिंह गिल निवासी 156-फेज-02, बसन्त विहार, ने थाना राजपुर में प्रार्थना पत्र दिया गया कि दिनांक 21-04-2021 को उनके पिता का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हे मैक्स अस्पताल, देहरादून में भर्ती कराया गया था। जिनकी उपचार के दौरान 08-05-2021 को मृत्यु हो गया थी। उक्त प्रार्थना पत्र में आवेदक द्वारा अपने पिता का मोबाइल फोन सैमसंग आँन 06 ब्लैक रंग अस्पताल में ही चोरी होना तथा उक्त फोन में बहुत ही जरूरी और कान्फिडैशियल डाटा होना भी अंकित किया गया था ।
जांच करने पर तथ्य प्रकाश में आये कि 21-04-2021 को आवेदक श्री अमन दीप गिल के पिता श्री अवतार सिंह गिल अस्वस्थ्य होने के कारण मैक्स अस्पताल में भर्ती हुये थे। दौराने उपचार 08-05-2021 को उनका निधन हो गया था । उनका मोबाइल फोन माँडल सैमसंग आँन 06 ब्लैक रंग अस्पताल से चोरी हो गया था तथा मोबाइल चोरी के सम्बन्ध में उनके द्वारा मैक्स अस्पताल प्रबन्धन को भी अवगत कराया गया था, परन्तु वह अपनी उक्त जिम्मेदारी का निर्वहन न कर आवेदक को टालते रहे जिसके पश्चात आवेदक द्वारा उक्त चोरी के बाबत थाना पुलिस को सूचित किया गया।
आरोपी नर्स का कहना है कि अक्सर होती हैं ऐसी वारदातें
प्रकरण की जाँच के दौरान इसी प्रकार से अन्य भर्ती मरीजों के साथ चोरी की घटना के होने की जानकारी प्राप्त हुई। जिस सम्बन्ध में स्व0 श्री अवतार सिंह गिल की तीमारदारों में लगी महिला नर्सो से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अवगत कराया गया कि अस्पताल में उक्त प्रकार की चोरी की घटनायें अकसर होती रहती है।
यही नहीं अस्पताल से कोविड महामारी के दौरान जीवन रक्षक दवायें व रेमीडिसीवर इंजेक्शन भी चोरी करके बाहर भेजे जाने की घटना का उल्लेख भी नर्सिंग स्टाफ द्वारा किया गया। जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मैक्स अस्पताल प्रबन्धन को उक्त समस्त घटनाओ की जानकारी होने के पश्चात भी अस्पताल प्रबन्धन द्वारा ना तो स्व0 अवतार सिंह गिल के फोन चोरी होने अथवा अन्य चोरी की घटनाओं के साथ-साथ जीवन रक्षक दवाओं रेमीडिसीवर आदि के चोरी होने अथवा कुप्रबन्धन के सम्बन्ध में कोई भी सूचना किसी भी सक्षम अधिकारी अथवा पुलिस अधिकारी आदि को नहीं दी गयी, जो अस्पताल प्रबन्धन के इस प्रकरण में या तो संलिप्त होने अथवा आरोपियों को शह देने की ओर इगिंत करती है।
एसएसपी के निर्देशों पर शुरू हुई जांच
प्रकरण को उच्चाधिकारी गणों के संज्ञान में लाये जाने के उपरान्त श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून के आदेशानुसार व श्रीमान पुलिस अधीक्षक, नगर, देहरादून के निर्देशन में श्रीमान क्षेत्राधिकारी महोदय, डालनवाला के नेतृत्व में कोविड-19 फेज-02 महामारी के दौरान उक्त घटना के अनावरण व घटना में संलिप्त व्यक्तियो की धर पकड़ हेतु तत्काल टीम का गठन कर उन्हे आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
प्राथमिक जाँच के उपरान्त प्रकरण के सम्बन्ध में थाना राजपुर पर मु0अ0सं0-114/21 धारा 380/404 भादवि व धारा 51बी/53 आपदा प्रबन्धन अधिनियम का अभियोग पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना उ0नि0 नवीन जोशी के सुपुर्द की गयी। प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत उच्चाधिकारी गणों द्वारा विवेचक को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
ऐसे मिला मोबाइल
विवेचना के दौरान वादी के पिता स्व0 अवतार सिंह के मोबाइल सैमसंग आँन 06 की आईएमईआई रन कराये जाने पर उक्त मोबाइल में दो मोबाइल नम्बरो का चलना प्रकाश में आया जिनमें से 01 मोबाइल नम्बर की आईडी राजकुमार पुत्र बाबूराम निवासी 258 नजीबाबाद, मण्डी, बिजनौर, उ0प्र0 तथा दूसरे मोबाइल नम्बर की आईडी सलमान अहमद पुत्र खुशनुद निवासी नगीना, मोहम्मदपुर त्रिलोक, बिजनौर उ0प्र0 के नाम पर होनी ज्ञात हुयी ।
उक्त मोबाइल नम्बरो पर सम्पर्क करने पर एक मोबाइल नम्बर वर्तमान में बन्द होना पाया गया । तथा दूसरे मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क करने पर फोन उठाने वाले व्यक्ति द्वारा अपना नाम सलमान अहमद पुत्र खुशनुद निवासी नगीना, मोहम्मदपुर त्रिलोक, बिजनौर उ0प्र0 बताया। सलमान उपरोक्त को विवेचक द्वारा विश्वास में लेकर वार्ता की गयी तो सलमान द्वारा बताया गया कि मैं अभी जाखन, राजपुर रोड में हॅू। इस पर विवेचक को सलमान द्वारा राजपुर रोड सांई मन्दिर के पास मिलने हेतु कहा गया।
पुलिस टीम द्वारा सांई मन्दिर के पास पँहुच कर वहाँ खड़े व्यक्ति के सलमान होने के सम्बन्ध में आश्वास्त होने के उपरान्त उसका नाम पता पूछते हुये जामा तलाशी लेने पर उसके पास से मोबाइल फोन सैमसंग आँन 06 बरामद हुआ। जिसकी आईईएमआई का मिलान करने पर उक्त फोन अभियोग से सम्बन्धित होना पाया गया जिस पर सलमान को मौके से गिरफ्तार कर मोबाइल को कब्जे पुलिस लिया गया ।
नर्स व उसका बॉय फ्रेंड गिरफ्तार
पूछताछ में अभि0 सलमान द्वारा बरामद मोबाइल को अपनी गर्लफ्रैण्ड रूकइया द्वारा अस्पताल से चोरी कर उसे देना बताया गया। सलमान की निशादेही पर अभियोग से सम्बन्धित अन्य अभियुक्ता रूकइया को मैक्स अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्ता रूकइया द्वारा अस्पताल से जीवनरक्षक दवाइयों व इंजेक्शन चोरी करने की बात भी प्रकाश में आयी है। जिसके सम्बन्ध में विवेचना प्रचलित है। दवाओ की चोरी के सम्बन्ध में अस्पताल प्रबन्धन से भी पूछताछ की जा रही है ।
पूछताछ का विवरण
पूछताछ में अभियुक्त सलमान उपरोक्त द्वारा बताया गया कि मैं देहरादून एचडीएफसी लाईफ इन्श्योरेन्स में कार्यरत हूँ। तथा रूकइया मेरी गर्लफ्रैण्ड है जो मैक्स अस्पताल में कार्य करती है। उसी ने मुझे 09-05-2021 को यह मोबाइल फोन मुझे मैक्स अस्पताल में दिया था। रूकइया से लगभग 06 वर्ष से मेरी जान पहचान है। चोरी का मोबाइल लेने के बाद मैने इसमें से सिम को निकालकर फेंक दिया था।
किसी राजकुमार की आईडी का सिम इसमें डाल कर मोबाइल को चला रहा था। पकडे जाने के डर से मैंने मोबाइल को स्विच आफ कर दिया था। अभि0 के बताये अनुसार रूकइया पुत्री मोबिन निवासी संस्कृति लोक, कालोनी ब्राहमण वाला, थाना पटेलनगर, देहरादून को पूछताछ हेतु बुलवाया गया। रूकइया द्वारा पूछताछ पर बताया गया कि 09/10-05-2021 के आस-पास यह यह मोबाइल मैंने मैक्स अस्पताल से चुराया था। जो मैंने पकडे जाने के डर से अपने बाँयफ्रैण्ड सलमान को दे दिया था।
सलमान को मैंने यह बताया था कि यह फोन मेरा नहीं है। यह मैक्स में भर्ती किसी पेशेन्ट का है। जिसकी 08-05-2021 को मृत्यु हो गयी है। इस पर अभि0 सलमान ने कहा कि इस पर सिक्योरिटी लाँक लगा है। कोविड कफर्यू होने के कारण इसका लाँक मैं अपने गाँव जाकर खुलवा दूँगा। मेरे द्वारा 15-05-2021 को लाँक खुलवा दिया गया।
अस्पताल चोरियां होने के बावजूद नहीं लेता दिलचस्पी
रूकइया पूछताछ में भावुक होकर यह भी बताया गया कि सर मैक्स अस्पताल सेस बडी-बडी चीजें व जीवनरक्षक दवायों (रेमडेसिवर), इंजेक्शन आदि व लोगों की कीमती सामान भी चोरी होते है। लेकिन मैक्स अस्पताल वाले उनकी रिपोर्ट करने में कोई रूचि नहीं दिखाते है। बल्कि मरीजों के तीमारदारों को टालते रहते है।
आईसीयू व रोगी वार्ड में स्टाँफ नर्स, जेडीए और हाउसकीपिंग के अलावा अन्य किसी को भी घुसने की अनुमति नहीं होती है। अस्पताल प्रबन्धन से ही मिल जुल कर ही यह कार्य होता है। अभि0 गणों द्वारा बताया गया कि लालच के कारण हमने मोबाइल
चोरी की घटना को इन्होंने दिया अंजाम
नाम पता अभियुक्त गणः-
1- कु0 रूकइया पुत्री मोबिन निवासी संस्कृति लोक काँलोनी, ब्राहमणवाला, थाना पटेलनगर, देहरादून उम्र-21 वर्षं(स्टाँफ नर्स मैक्स अस्पताल)
2- सलमान अहमद पुत्र खुशनुद निवासी नगीना, मोहम्मदपुर त्रिलोक, बिजनौर उ0प्र0 हाल पता- चुक्खुवाला मोहल्ला थाना कोतवाली नगर, देहरादून। (रूकइया का मित्र) उम्र-27 वर्ष ।
*बरामदगी का विवरणः-*
वादी के मृतक पिता स्व0 श्री अवतार सिह गिल का चोरी हुआ सैमसंग आँन06 मोबाइल स्मार्ट फोन (कीमत लगभग 20,000 रूपये)
पुलिस टीम
1- श्रीमती जूही मनराल क्षेत्राधिकारी डालनवाला, देहरादून।
2- श्री राकेश शाह, थानध्यक्ष राजपुर, देहरादून।
3- उ0नि0 योगेश चन्द्र पाण्डेय, चौकी प्रभारी जाखन, थाना राजपुर।
4- उ0नि0 नवीन जोशी
5- म0उ0नि0 विनयता चैहान
6-म0का0 815 आरती
7- म0का0 810 शशि