क्लबहाउस ऐप पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) और लुटियंस पत्रकारों के बीच बातचीत ने बंगाल का सियासी पारा एक बार फिर गरमा दिया है। इसे अभी तक की सबसे बड़ी राजनीतिक खबर माना जा रहा है। प्रशांत किशोर उर्फ पीके के लिए अक्सर कहा जाता है कि जब भी वह इस तरह के चौंकाने वाले खुलासे करते हैं, तब यह किसी राजनीतिक पार्टी के लिए खतरे की घंटी साबित होती है।
चुनावी रणनीतिकार ने खुले तौर पर स्वीकार किया है कि पश्चिम बंगाल चुनाव में बीजेपी जीत रही है। उन्होंने माना कि TMC के आंतरिक सर्वेक्षणों में भी बीजेपी की जीत सुनिश्चित दिखाई दे रही है। प्रशांत किशोर ने यह सब बातें क्लबहाउस ऐप पर पत्रकारों के साथ बातचीत में कही, जब पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए तैयारियाँ चल रही थीं।
नेताओं और पत्रकारों के अलावा नेटीजन (सोशल मीडिया पर एक्टिव यूजर और प्रत्येक खबर पर पैनी नजर रखने वाले) भी शुक्रवार रात से इस ‘हॉट टॉपिक’ पर कमेंट कर रहे हैं। इन पर मीम्स बना रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। यह टीएमसी के लिए परेशानी का सबब है। वहीं अन्य लोग ‘पत्रकारों’ की मूर्खता पर भी सवाल उठा रहे हैं। ट्विटर पर कुछ लोगों ने तंज कसते हुए लिखा कि इसको लेकर ममता बनर्जी प्रशांत किशोर से बहुत खुश नहीं होंगी।
हैरानी नहीं होगी अगर दीदी ने प्रशांत किशोर के खिलाफ फतवा जारी कर दिया तो, उनके चुनावी रणनीतिकार ने उन्हें बस के नीचे फेंक दिया।
राहुल गाँधी के कुछ जबरा फैंस ने कहा कि उस पीके से दूर रखने के लिए हमें आर जी को श्रेय देना चाहिए।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने बातचीत के दौरान कहा था कि मतुआ समुदाय ने भारी संख्या में भाजपा को वोट दिया है। उन्होंने धर्मनिरपेक्ष दलों की मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति की भी आलोचना की, जिसने भाजपा को अपना अभियान चलाने के लिए एक सुविधाजनक मंच प्रदान किया है।