हाल ही में बीमारी से जान गंवाने वालीं दिल्ली पुलिस की कांस्टेबल शैली बैसला के मामले ने एक वेबसाइट के अनुसार राजनीति रंग लेना शुरू कर दिया है। समाजवादी पार्टी और अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए उपेक्षा का आरोप लगाया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता अतुल प्रधान शुक्रवार को शैली के स्वजन से मिलने उनके ग्रेटर नोएडा स्थित आवास पहुंचे। जहां उन्होंने स्वजन को 41 हजार रुपये की आर्थिक मदद की और केंद्र सरकार से शैली बैसला को शहीद का दर्जा देकर आर्थिक सहायता देने की भी मांग की है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुद्दे को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सम्मुख रखा जाएगा। दिल्ली पुलिस का कोई भी जवान शैली के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचा। जिस थाने में वह तैनात थी, वहां के एसएचओ ने अभी तक स्वजन का हाल नहीं पूछा है। दिल्ली पुलिस का यह व्यवहार अमानवीय है।
वहीं, अतुल प्रधान ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी। उन्होंने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कथनी और करनी में अंतर है। कांस्टेबल शैली बैसला ड्यूटी पर रहते हुए शहीद हो गई, लेकिन दिल्ली सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया।
यहां पर बता दें कि दिल्ली पुलिस की कांस्टेबल शैली बैसला को ड्यूटी के दौरान बुखार आने से पांच दिन पहले मौत हो गई थी। स्वजन का कहना है कि कोरोना से शैली की मौत हुई, लेकिन दिल्ली सरकार ने उसे कोरोना योद्धा नहीं माना। इससे स्वजन में दिल्ली सरकार और पुलिस के खिलाफ रोष है।
इस मुद्दे पर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट रामशरण नागर ने कहा कि शैली के मामले में दिल्ली सरकार ने प्रभावी कदम नहीं उठाया तो गुर्जर समाज इसका विरोध करेगा।