देश की राजधानी दिल्ली में आरटी पीसीआर और एंटीजन जांच को मिलाकर रोज लगभग 20000 सैंपल की जांच हो रही थी और इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को एंटीजन जांच बढ़ाने के निर्देश दिए थे जिस पर अमल करते हुए दिल्ली सरकार ने अपने सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया है।
अब दिल्ली में रोजाना 22000 जांच करने के आदेश हुए हैं और जिस में सभी जिलाधिकारियों को रोज अपने इलाके में दो 2000 एंटीजन जांच करानी होंगी।
दिल्ली में कुल मिलाकर 11 जिले हैं और एंटीजन टेस्ट के सेंटर को 193 से बढ़ाकर 250 करने का भी निर्देश सरकार की तरफ से दिया गया है इसी के साथ स्वास्थ्य विभाग ने आईसीएमआर की गाइडलाइन के हिसाब से एंटीजन टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें रैपिड एंटीजन टेस्ट अभी तक केवल कंटेनमेंट जोन में ही हो रहे थे।
पिछले मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया, डीजी आईसीएमआर बलराम भार्गव और डॉक्टर बीके पाल ने संयुक्त रूप से कहा था कि दिल्ली में अभी जांच को और ज्यादा गति देने की आवश्यकता है । उसी के बाद से केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से दिल्ली सरकार को यह निर्देश दिए गए थे कि एंटीजन किट के जरिए जांच को और बढ़ाया जाए।
दिल्ली में 18 जून से एंटीजन किट के जरिए कोरोना वायरस की जांच हो रही है और इस किट द्वारा 15 मिनट में जांच का परिणाम आ जाता है और अगर यह किट किसी को नेगेटिव बताती है तो उसकी दोबारा से rt-pcr जांच करना जरूरी है