कोरोना वायरस की महामारी से मार्च में शेयर बाजार में आई गिरावट से कई अरबपतियों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा था. हालांकि, इन्हें हुए नुकसान के ज्यादातर हिस्से की भरपाई हो चुकी है. हुरुन की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 100 सबसे अमीर लोगों की सूची में भारत के चार अरबपतियों ने जगह बनाई है.
इस सूची में सबसे ऊपर नाम रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी का है, जिन्होंने 19 फीसदी दौलत गंवाने के बाद 18 फीसदी वापस हासिल भी कर ली है. जियो प्लेटफॉर्म के लिए ताबड़तोड़ डील करने वाले अंबानी देश के ही नहीं, बल्कि एशिया के भी सबसे धनी शख्स हैं.
सबसे ज्यादा कमाई वैक्सीन किंग साइरस पूनावाला ने की है. उनकी दौलत 25 फीसदी बढ़कर $15 अरब तक पहुंच गई है. उनकी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना की दवा बना रही है.
अब पूनावाला टॉप 100 लोगों मे शामिल हो चुके हैं. टॉप 100 में अडानी ग्रुप के गौतम अडानी और एचसीएल टेक के शिव नादर पर भी हैं, जिनकी दौलत क्रमश: 18 फीसदी और 6 फीसदी बढ़ी है.
हुरुन की यह रिपोर्ट हर साल जारी की जाती है. हालांकि, हुरुन ने इस साल कोरोना के मद्देनजर चार महीने में आए उतार-चढ़ाव पर आधारित एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के टॉप 100 अरबपतियों ने शुरुआती दो महीनों में दौलत गंवाई और अगले दो महीनों में उनकी दौलत वापस लौट आई.
उन्होंने शुरुआती दो महीनों में 30.8 लाख करोड़ रुपये गंवाएं, मगर इन चार महीनों में उनकी दौलत नेट रूप से सिर्फ दो फीसदी ही कम हुई. भारतीय अरबपतियों द्वारा कमाई गई दौलत पर हुरुन इंडिया के एमडी और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने अपनी राय रखी है.
जुनैद ने कहा, “मुकेश अंबानी ने टेक्नोलॉजी सेक्टर में दुनिया सबसे तेजी से $1 अरब की पूंजी जटाई है. इस तरह वे जनता कर्फ्यू तक गंवाई गई पूरी गिरावट की भरपाई कर चुके हैं. साथ ही, सायरस पूनावाला की सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना के खिलाफ जंग में दुनिया के लिए बड़ी भूमिका निभा सकता है.”
हुरुन इंडया के इस शीर्ष अधिकारी ने कहा, “बीते चार महीनों में पूनावाला की दौलत 25 फीसदी बढ़कर 1,13,300 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है. बीते चार महीनों में विदेशी निवेशकों ने भारत की टेलिकॉम शक्ति और बायोटेक कुशलता का लोहा माना है.”
कोरोना वायरस काल में सबसे अधिक कमाई जेफ बेजोस ने कही, जिनकी दौलत बीते चार महीनों में $20 अरब बढ़ कर $160 अरब हो गई. दूसरे नंबर पर चीन की ई-कॉमर्स कंपनी पिनडुओडुओ का मालिक हुआंग झेंग नाम आया, जिनकी संपत्ति $17 अरब से दोगुना होकर $35 अरब हो गई.
अरबपतियों की दौलत में गिरावट की सबसे बड़ी वजह दुनिया भर के शेयर बाजारों का धाराशाई होना रहा. कोरोना वायरस के चलते तमाम बाजार औंधें मुंह गिर. हालांकि, बाद के महीनों बाजारों ने दमदार वापसी की. भारत, यूके और फ्रांस के बाजा 20 फीसदी तक बढ़े.
अमेरिका, जापान, हांगकांग और जर्मनी के बाजारों ने 10-10 फीसदी तक की वापसी की. हालांकि, चीन के बाजार 4 फीसदी तक कमजोरी दिखाई. बड़े बाजारों में नेस्केड ने भी 4 फीसदी तक की मजबूती दर्ज की थी.
बीते चार महीनों में सबसे अधिक झटका लग्जरी ब्रांड कंपनी लुई वितॉ के मालिक बर्नार्ड आर्नोल्ट और दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे को लगा है. दोनों की दौलत करीब 1,35,900 रोड़ रुपये कम हो गई है. कार्लोस स्लिम हलु की दौलत 1,28,400 करोड़ रुपये घटी है.
शोभित अग्रवाल
शेयर बाजार विश्लेषक