बीते रविवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, उनकी पत्नी समेत उनका परिवार और स्टाफ के कोरोना संक्रमित होने के बाद कैबिनेट बैठक में शामिल मंत्रियों और अफसरों में खलबली मच गई थी। बता दें कि पर्यटन मंत्री के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद प्रशासन ने कैबिनेट बैठक में मौजूद मंत्रियों और अफसरों की सूची मांगी थी।
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद बीते दिनों हुई कैबिनेट की बैठक में शामिल मंत्रियों और अफसरों को क्वारंटीन नहीं किया जाएगा। उनकी केवल निगरानी होगी। वहीं, बैठक में चाय आदि देने वाले जीएमवीएन(गढ़वाल मंडल विकास निगम) के तीन लोगों की भी जांच होगी। इसमें चाय देने व कप आदि धुलने वालों को होम क्वारंटीन किया जाएगा।
प्रशासन ने शासन से बैठक में मौजूद मंत्रियों और अफसरों की सूची मांगी थी। साथ ही कौन मंत्री और अफसर कहां बैठे थे, इसकी भी जानकारी ली। इसके बाद चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक तथा स्वास्थ्य विभाग को सूची भेजकर उनकी आईसीएमआर की गाइडलाइन के तहत राय मांगी गई थी।
डीजी हेल्थ ने रिपोर्ट में बताया कि कैबिनेट में शामिल मंत्री और अफसर आईसीएमआर की गाइडलाइन के तहत क्वारंटीन नहीं किए जाएंगे। उनकी केवल निगरानी की जाएगी। ऐसे में वह अपने काम पर भी जा सकते हैं। अब सरकार के मंत्री और अधिकारी कहीं भी आने और जाने के लिए स्वतंत्र हैं।
सीएम-मंत्रियों को सामान्य रूप से कार्य करने की दी अनुमति
देहरादून जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों को पत्र भेजकर इन्हें कम रिस्क वाले संपर्क की श्रेणी में रखते हुए अपने कार्य सामान्य रूप से करने की अनुमति दे दी है। हालांकि एतिहात के तौर पर मुख्यमंत्री और मंत्री कुछ दिन और अपने आवास पर सेल्फ क्वारंटीन रहेंगे।
इस पत्र के मिलने के बावजूद तय किया गया है कि अभी कुछ दिन एतिहात के तौर पर मुख्यमंत्री और मंत्री क्वारंटीन रहेंगे। शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों को पत्र मिला है कि वे लो रिस्क श्रेणी के संपर्क में आते हैं। ऐसे में वे अपने नियमित कार्य कर सकते हैं। होम क्वारंटीन की आश्यकता नहीं है।
इस दौरान किसी से भी मुलाकात नहीं की जाएगी। घर से टेलीफोन के माध्यम से आवश्यक कार्य करेंगे। बता दें कि प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में पहुंचे कैबिनेट मंत्री महाराज के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। महाराज की पत्नी पूर्व मंत्री अमृता रावत सहित परिवार के अन्य सदस्य और अधिकांश स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाया जा चुका है।
पॉजिटिव रिपोर्ट आने से पहले महाराज मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल हुए थे। हालांकि बैठक का आयोजन सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर हुआ। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने बैठक में मौजूद लोगों को लो रिस्क श्रेणी में माना है। केंद्रीय गाइडलाइन के अनुसार स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी साफ कर चुके हैं कि लो रिस्क श्रेणी में किसी को क्वारंटीन होने की जरूरत नहीं है