अल्मोड़ा से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां घर में हो रहे आपसी कलह और पति की बेरोजगारी से एक महिला इस कदर परेशान हो उठी कि उसने खुद तो जहर खा के जान दे दी वहीं अपने 2 साल के बच्चे को भी जहर पिला दिया। जी हां, मात्र 2 साल का बच्चा जिसे अंदाजा भी नहीं था कि उसकी मां परेशानी के चलते उसकी जिंदगी तक के साथ खिलवाड़ कर देगी। बच्चे की हालत नाजुक बताई जा रही है।
कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन से एक ओर बेरोजगारी फैल रखी है तो वहीं दूसरी ओर गृह क्लेश भी तेजी से बढ़ रहे हैं। लोगों को वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए चिंता सता रही है , जिसका परिणाम अवसाद और गृह क्लेश के रूप में सामने आ रहा है। चलिए आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं। सूत्रों के अनुसार अल्मोड़ा के दूरस्थ क्षेत्र खाल्यो निवासी देव सिंह दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था। उसकी पत्नी देवकी, 7 वर्षीय बेटी हिमांशी और 2 वर्षीय बेटा हिमांशु अल्मोड़ा में रहते थे।
लॉकडाउन के दौरान देव सिंह को नौकरी से हाथ धोना पड़ा और वह घर पर चला आया। बेरोजगारी के चलते उसकी अपनी पत्नी देवकी से कलह होने लगी। आए दिन दोनों के बीच बहस होती रहती थी । सोमवार को दोनों के बीच कलह इस तरह से बढ़ी जिसका अंजाम देव ने सपने में भी नहीं सोचा था। उसकी पत्नी देवकी अपने दोनों बच्चों को बाजार की तरफ ले गई। वहां उसने कीटनाशक खरीदा और अपने बेटे को पिलाया और स्वयं भी पी गई। उसने अपनी बेटी को भी कोल्ड्रिंक का नाम देकर जहरीला पदार्थ पिलाने की कोशिश की मगर हिमांशी ने उसे पीने से मना कर दिया। जिसके बाद देवकी ने खुद कीटनाशक पी लिया और खाल्यो बाजार में ही वह और उसका 2 वर्षीय बेटा हिमांशु बेहोश हो गए।
मां- बेटे के बेहोश होने के बाद आसपास हड़कंप मच गया और वहां मौजूद लोग इनको पास के स्वास्थ्य केंद्र ले गए। महिला ने उपचार के दौरान ही दम तोड़ दिया वहीं 2 वर्षीय बच्चे की हालत नाजुक बताई जा रही है। बच्चे के गंभीर स्वास्थ्य को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।