कोरोनावायरस के चलते देशभर में लागू लाँकडाउन से बहुत सारे लोग मुंबई में फस गए थे, और काफी प्रयासों के बाद भी वहां से अपने घर तक का आने का कोई भी जुगाड़ लोग लगा नहीं पा रहे थे. ऐसे ही दो उत्तराखंड के युवाओं के लिए फिल्म अभिनेता सोनू सूद बहुत मददगार साबित हुए और उन्होंने उन दोनों की फ्लाइट से टिकट करा कर उनको अपने घर तक पहुंचने में मदद की.
अब देहरादून पहुंचने के बाद 7 दिन का क्वॉरेंटाइन पूरा होने पर, वह लोग अपने घर पहुंचेंगे. डीडीहाट के करौली निवासी दीपक कन्याल और दूनाकोट निवासी ललित तिवारी मुंबई में काम करते हैं. जिसमें दीपक कन्याल मरीन पोर्ट में है और ललित तिवारी किसी अन्य कंपनी में काम करते हैं.
कोरोनावायरस के चलते देश में लाँकडाउन हुआ और दोनों वहीं पर फंस कर रह गए. उन्होंने वापस लौटने के बहुत सारे प्रयास किए पर कोई प्रॉपर इंतजाम ना होने के कारण दोनों को ढाई महीने एक कमरे में ही बिताने पड़े.
दीपक और ललित के अनुसार वह जहां पर रहते थे, वह मुंबई का स्लम एरिया के पास था, और वहां पर बढ़ रहे लगातार कोरोना के मामलों से उनके मन में खौफ पैदा हो जाता था, और घर लौटने के लिए उन लोगों ने जितनी भी कोशिश है कि वह सारी बेकार चली गई
उन्हें हमेशा निराशा ही हाथ लगी, इसी बीच उन्होंने कौथिग फाउंडेशन के जगजीवन कन्याल को अपनी समस्या बताएं और जगजीवन कन्याल ने सोनू सूद को बताया, तो अभिनेता सोनू सूद ने दो टिकट मुंबई से देहरादून तक की उनकी बुक करा दी, और इसके बाद दोनों को शनिवार को मुंबई से देहरादून उनके घर के लिए रवाना किया.
यहां पर उन्हें 7 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन में रहना पड़ेगा. अपने गृह शहर पहुंचने के बाद दीपक और ललित ने बताया कि ढाई महीने बाद खुली हवा में अपने शहर में सांस लेकर उनको ऐसा लग रहा है, कि यही जन्नत है.
उन्होंने कहा उन्हें एक बार ऐसा लग रहा था कि वह अपने घर लौटी नहीं पाएंगे, पर हमें देहरादून अपने घर तक पहुंचाने के लिए अभिनेता सोनू सूद का दिल से धन्यवाद.