आपने शायद शहीन अफरीदी का नाम सुना होगा, लेकिन उनकी असली पहचान, काम और हाल की ख़बरें क्या हैं, ये अक्सर साफ़ नहीं होते। यहाँ हम आसान भाषा में बताते हैं कि शहीन अफरीदी कौन हैं, उनका क्या काम है और अभी उनके आसपास क्या हो रहा है।
शहीन अफरीदी एक युवा पत्रकार और कंटेंट क्रिएटर हैं जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से फ़ॉलोअर बना रहे हैं। उन्होंने शुरू से ही सामाजिक मुद्दों को उठाने में रुचि दिखाई, खासकर शिक्षा, स्वास्थ्य और युवाओं की रोजगार समस्याओं पर। उनकी रिपोर्टिंग में अक्सर स्थानीय लोगों की आवाज़ को सामने लाया जाता है, जिससे पाठकों को स्थिति का वास्तविक पाठ मिलता है।
उनकी शैली सीध सीधी, बिना जटिल शब्दों के होती है। इसलिए जब वो किसी समस्या को उठाते हैं, तो आम आदमी भी सहजता से समझ लेता है। यही कारण है कि उनके पोस्ट शेयर होते हैं और कई बार मीडिया में भी उद्धृत होते हैं।
पिछले महीने शहीन ने एक विशेष रिपोर्ट पेश की जिसमें उन्होंने छोटे शहरों में डिजिटल साक्षरता के फैड को दिखाया। इस रिपोर्ट में उन्होंने दिखाया कि कैसे सरकारी पहल और निजी कंपनियों के सहयोग से ग्रामीण छात्रों को कंप्यूटर तक पहुंच मिली। रिपोर्ट को पढ़कर कई NGOs ने अपने प्रोग्राम को तेज़ करने की बात कही।
इसी के साथ, शहीन ने एक पॉडकास्ट सीरीज़ लॉन्च की, जहाँ वो विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से बात करते हैं – खेती से लेकर टेक्नोलॉजी तक। इस पॉडकास्ट में उनका फोकस हमेशा व्यावहारिक टिप्स देना रहता है, ताकि श्रोताओं को कुछ सिखने को मिले और वे अपनी जिंदगी में लागू कर सकें।
साथ ही, शहीन ने सोशल मीडिया पर एक चुनौती शुरू की—"एक दिन में 10 मिनट पढ़ो"। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को पढ़ने की आदत दिलाना था। कई स्कूलों ने इस चुनौती को अपनाया और छात्रों को नियमित पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
उनकी इन पहलें दर्शाती हैं कि शहीन सिर्फ ख़बरें नहीं लिखते, बल्कि बदलाव लाने की कोशिश में भी लगे रहते हैं। अगर आप उनके काम को फॉलो करना चाहते हैं, तो उनके यूट्यूब चैनल, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर जुड़े रहिए।
समाप्ति में, शहीन अफरीदी का नाम अब सिर्फ एक रिपोर्टर तक नहीं, बल्कि एक सक्रिय सामाजिक कारक तक पहुंच गया है। उनकी लगातार अपडेट और नई पहल आपको रोज़मर्रा की जिंदगी में छोटे-छोटे बदलाव करने की प्रेरणा देती हैं। तो अगली बार जब आप किसी नई ख़बर की तलाश में हों, तो शहीन अफरीदी के पोस्ट चेक करना न भूलें—शायद वही आपके लिये वह जवाब हो जिसे आप ढूंढ रहे थे।
पाकिस्तान ने बांग्लादेश के खिलाफ 135/8 के लक्ष्य को 124/9 पर रोकते हुए 11 रन से जीत हासिल की, जिससे वह Asia Cup 2025 फाइनल में भारत के खिलाफ मुकाबला करेंगे। शहीन अफरीदी और मोहम्मद हरीस ने गेंदबाज़ी में चमक दिखाते हुए मैच को तय किया। यह पहली बार है जब दोनों स्त्री-भाई प्रतिद्वंद्वी एक ही टूर्नामेंट की फाइनल में टकराएंगे।
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