जब बात प्र कबड्डी लीग, भारत का प्रोफ़ेशनल कबड्डी टूर्नामेंट, जिसमें आठ शहरों की टीमें सीजन‑बाय‑सीजन मुकाबला करती हैं. Also known as PKL, it देश के पारंपरिक खेल को टेलीविज़न पर लाकर नई दर्शक वर्ग से जोड़ता है। वहीं कबड्डी टीम, प्र कबड्डी लीग की प्रतिस्पर्धी इकाइयाँ, जिनका अपना कोच, घर और फैंस होते हैं और कबड्डी खिलाड़ी, वे एथलीट जो रेफ़री के संकेत पर रैडिकली चढ़ते‑उतारते हैं और राइड‑ऑफ़‑टैक्टिक से पॉइंट बनाते हैं इस खेल को जीवंत बनाते हैं। प्र कबड्डी लीग सम्पूर्ण भारत में कबड्डी के लोकप्रियता को नई ऊँचाइयों पर ले जाता है, और ये तीनों घटक एक‑दूसरे को पूरक करते हैं।
लीग के प्रत्येक लीग सीजन, समान्यतः अक्टूबर‑फरवरी में चलता है, जिसमें 22 मैचों की स्पेडिंग होती है टीमों के बीच समानता और प्रतिस्पर्धा को परिभाषित करता है। इस दौरान पॉइंट सिस्टम, रेड, रैव, मज़बूती और रैडिकली टैक्टिक पर आँकड़े देता है, जिससे टीम रणनीति बनाती है महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। टेलीकॉम और ब्रॉडकास्ट पार्टनरशिप, जैसे टेलीविज़न ब्रोडकास्ट, सभी मैचों को लाइव दिखाने वाले चैनल, दर्शकों की रीच को बढ़ाते हैं, लीग की आर्थिक सस्टेनेबिलिटी को भी सुदृढ़ करते हैं।
इन सभी तत्वों का मिलन प्र कबड्डी लीग को एक एंटरटेनमेंट इकोसिस्टम बनाता है जहाँ लगभग 2 करोड़ दर्शक स्टेडियम में या घर पर स्क्रीन के पीछे देखते हैं। यह इकोसिस्टम विज्ञापनदाताओं, स्थानीय उद्योगों और युवा एथलीटों को भी फ़ायदा पहुंचाता है। इसलिए जब हम नयी टीम रजिस्ट्री देखते हैं या खिलाड़ी ट्रांसफ़र की चर्चा पढ़ते हैं, तो हम असली खेल‑व्यवस्था के साथ जुड़ते हैं।
अब आप इस पेज पर नीचे दिए गए लेखों में टीमों की रोस्टर, मैच‑बाय‑मैच स्कोर, स्टार‑प्लेयर के प्रदर्शन विश्लेषण और आगामी सीजन की प्रमुख क्या‑क्या बातों को देखेंगे। यह सब आपको प्र कबड्डी लीग का सम्पूर्ण दृश्य देगा, चाहे आप नए फैंस हों या अनुभवी खिलाड़ी के समर्थक। आगे बढ़ें और देखें कैसे शरीर‑मन, रणनीति और उत्साह इस लीग को हर साल नया बनाते हैं।
हरियाणा स्टीलर्स ने पटनापायरेट्स को 39-32 से हराकर 100 रैड अंक पूरा किया, टीम को टेबल में पाँचवें स्थान पर पहुँचा दिया।
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