पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ठीक होने वाले संक्रमित मरीजों की तुलना में कोरोना एक्टिव केस दोगुने हो गए हैं।
एक वेबसाइट के मुताबिक दस दिन के भीतर उत्तराखंड की रिकवरी दर 30 प्रतिशत घट गई है। वहीं, संक्रमण की दर एक प्रतिशत से अधिक हो गई है। कोरोना संक्रमण के ये आंकड़े स्वास्थ्य महकमे की चिंता बढ़ा रहे हैं।
उत्तराखंड में अब तक बाहरी राज्यों से डेढ़ लाख प्रवासी अपने गांव लौटे हैं। राज्य सरकार का अनुमान है कि आने वाले प्रवासियों की संख्या पांच लाख तक पहुंच सकती है। ऐसे में प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामले बढ़ सकते हैं।
लॉक डाउन 3.0 में अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए दी गई रियायत चलते कोरोना संक्रमित मामलों में तेजी आई है। चार मई को प्रदेश में संक्रमित मामलों की संख्या 60 थी। संक्रमित मरीज बढ़ कर 151 पहुंच गए हैं।
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रदेश की परफॉरमेंस भी घट रही है। किसी भी राज्य के लिए संक्रमण के दोगुने होने की दर सबसे महत्वपूर्ण होती है। वर्तमान में डबलिंग दर घटकर आठ दिन हो गई है।
वहीं, संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर 37 प्रतिशत हो गई है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत का कहना है कि कोरोना संक्रमित मामले बढ़ने के कारण रिकवरी और डबलिंग रेट में कमी आई है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है। सैंपलिंग में तेजी आने से संक्रमण के मामले मिल रहे हैं।