सीआरपीएफ जवान अल्मोड़ा निवासी दीपक कुमार ने महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित क्षेत्र गढ़चिरौली के लाहिरी सीआरपीएफ कैम्प के अंदर खुद को गोली मार के आत्महत्या कर ली है। उनके आत्महत्या करने के बाद से ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मृतक जवान के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। 2014 में केंद्रीय रिजर्व बल में भर्ती हुए दीपक कुमार पिछले कुछ सालों से महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित इलाके गढ़चिरौली में ड्यूटी पर तैनात थे। उन्होंने हाल ही में लाहिरी सीआरपीएफ कैंप में खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। मृतक जवान दीपक कुमार का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
फिलहाल शव के पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट का इंतजार है जिसके बाद दीपक के शव को वापस अल्मोड़ा ले जाया जाएगा।
सीआरपीएफ अधिकारियों को दीपक कुमार के खुदकुशी की खबर 1:30 बजे मिली। घटना के बाद दीपक के शव को हेलीकॉप्टर के द्वारा जिला मुख्यालय लाया गया। दीपक के घर और क्षेत्र में उसकी मृत्यु के बाद से शोक की लहर छा रखी है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र का गढ़चिरौली जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शुमार है। चारों ओर छाए हुए घने जंगलों की वजह लाहिरी क्षेत्र हमेशा से ही नक्सली अड्डा रहा है जिस वजह से यहां सीआरपीएफ जवानों के द्वारा ऑपरेशन होते रहते हैं। अचंभित करने वाली बात यह है कि गढ़चिरौली में यह पहली बार आत्महत्या नहीं हुई है। इससे पहले भी बीते 22 अप्रेल यानी कि 5 दिन पहले गढ़चिरौली धनोरा में एक और जवान ने आत्महत्या कर ली थी। पांच दिन के भीतर-भीतर दो जवानों के द्वारा की गई आत्महत्या कई सवाल खड़े कर के रखती है। पुलिस को मृतक जवान दीपक के पास से एक सुसाइड नोट की भी प्राप्ति हुई थी जिसको पुलिस ने गुप्त रखा हुआ है।