आज दोपहर गाजियाबाद जिले के मोदीनगर तहसील के पास बरखवां गांव में अवैध रूप से चल रही एक पटाखा फैक्ट्री में एक साथ कई धमाके हुए और उन धमाकों की आवाज से आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया।
पटाखों की फैक्ट्री में कुवे इस हादसे में 8 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है और उसी के साथ दर्जन भर से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना मिली है।
इस घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के साथ अन्य पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
फायर ब्रिगेड एनडीआरएफ और पुलिस बल पटाखा फैक्ट्री के अंदर से शवों को निकालने के साथ वहां लगी आग को बुझाने के प्रयास तेज कर दिए थे। आशंका जताई जा रही है कि जिस वक्त फैक्ट्री में धमाका हुआ है लगभग 30 लोग वहां पर काम कर रहे थे और अचानक एक धमाका हुआ और आग लग गई फिर देखते देखते पटाखा फैक्ट्री में एक के बाद एक कई धमाके हुआ पूरी फैक्ट्री आकर चपेट में आ गई और अंदर काम कर रहे मजदूरों ने वहां से भागने का प्रयास किया लेकिन आग की लपटों में बुरी तरह गिर जाने की वजह से कुछ लोग ही बाहर निकल पाए. धमाकों की दहशत से बरखवां गांव के अलावा आसपास के गांव के साथ गाजियाबाद तक दहशत फैल गई
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनी गई थी और इस दुर्घटना की जानकारी मिलते ही जिला मुख्यालय से राहत टीमों को रवाना करने के साथ ही जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीमा के के लिए रवाना हुए थे। दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नीरज कुमार जादौन दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करा दिया था।
ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध रूप से आवासीय क्षेत्र में यह फैक्ट्री पिछले 5 साल से चल रही थी और पुलिस प्रशासन को इसकी पूरी सूचना थी पर इसके बावजूद इस फैक्ट्री को बंद कराने के लिए अभी कोई प्रयास नहीं किया गया.
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि फैक्ट्री में पूर्व में काम करने वाले किसी व्यक्ति ने पुलिस में लिखित शिकायत भी दी थी और इसके बाद सीए मोदीनगर के साथ थाना प्रभारी ने फैक्ट्री का मुआयना किया था फिर फैक्ट्री संचालक को हिरासत में ले लिया गया था लेकिन देर रात उसे छोड़ दिया गया