कोरोना वायरस के मामले लगातार दिल्ली और गाजियाबाद में बढ़ रहे हैं, इसी के मद्देनजर गाजियाबाद प्रशासन ने दिल्ली और गाजियाबाद बॉर्डर को दोबारा से सील कर दिया.
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे नए मुख्य चिकित्सा अधिकारी की संस्तुति पर यह फैसला लेते हुए बॉर्डर को सील कर दिया है.
प्रशासन का यह मानना है कि दिल्ली में आवाजाही के चलते गाजियाबाद जिले में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, जो नए संक्रमित मामले आए हैं, उसमें ज्यादातर दिल्ली-गाजियाबाद से आने जाने वालों से संबंधित रहा है इसलिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी की संस्तुति के आधार पर प्रशासन ने फैसला लिया
अबसे कोई भी बिना परिचय पत्र दिखाएं बॉर्डर को पार नहीं कर सकता.
इसमें कुछ छूट भी दी गई है जो इस प्रकार है
- एंबुलेंस को बिना किसी रोक-टोक के आने जाने की आज्ञा रहेगी.
- डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ बैंक कर्मचारी और पुलिस को किसी पास की आवश्यकता नहीं होगी, वह अपने परिचय पत्र दिखाकर आ जा सकेंगे.
- भारत सरकार में कार्य करने वाले उपसचिव और उसके ऊपर के अधिकारी जो गाजियाबाद से दिल्ली आते जाते हैं उन्हें केवल अपना परिचय पत्र दिखाना होगा जिसको मान्यता प्राप्त होगी.
- माल ढुलाई करने वाले ट्रकों, भारी वाहनों, बैंकिंग सुविधाओं से जुड़े हुए वाहन और अन्य आवश्यक जैसे दवा और खाने-पीने की सामग्री से जुड़े वाहनों को बिना किसी पास में पूछताछ के सीमा में आने जाने की अनुमति प्राप्त होगी.
- मीडिया से जुड़े लोगों को केवल अपना अधिकृत परिचय पत्र दिखाना होगा इस परिचय पत्र से ही वह आवागमन कर सकते हैं विशेष परिस्थितियों में यदि कोई पास केंद्रीय दिल्ली सरकार के किसी भी सक्षम स्तर से जारी किया गया उसको पूरी मान्यता दी जाएगी.
- दिल्ली क्षेत्र के न्यायालय में जाने वाले अधिवक्ताओं अधिवक्ताओं को परिचय पत्र दिखाने पर आने-जाने की मान्यता प्राप्त होगी
- किसी आवश्यक कार्य से दिल्ली आवागमन करने के लिए के http://164.100.68.164/upepass2 लिंक पर आवश्यकता को देखते हुए पास जारी करने की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी.
- दिल्ली के हॉटस्पाट क्षेत्र से आने वाले व्यक्तियों का आना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा.